सावन की तैयारी: आना है श्री काशीविश्वनाथ के दर्शन को तो पढ़ रहे यह खबर नहीं होगी आपको कोई समस्या...

सावन की तैयारी: आना है श्री काशीविश्वनाथ के दर्शन को तो पढ़ रहे यह खबर नहीं होगी आपको कोई समस्या...

वाराणसी/भदैनी मिरर। देवाधिदेव महादेव का प्रिय माह श्रावण इस वर्ष 25 जुलाई से आरंभ हो रहा है। श्रावण माह में प्रतिवर्ष बाबा श्री काशी विश्वनाथ के दर्शन-पूजन के लिए शिवभक्तों का रेला उमड़ता है । जिसे देखते हुए मंदिर प्रबंधन की ओर से तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। साथ ही इस वर्ष मैदागिन की ओर से आने वाले श्रद्धालुओं को गेट नंबर 4 छत्ता द्वार से होते हुए चौक भेजा जाएगा। फिर गेट 'A' से एंट्री देकर गर्भ गृह के पूर्वी एंट्री द्वार से जल चढ़ाने की व्यवस्था की जाएगी।

इधर ढुंढिराज गली बांसफाटक से आने वाले श्रद्धालुओं को मंदिर परिसर के गेट 'D' से एंट्री देकर गर्भ गृह के प्रवेश द्वार पर जल चढ़ाने की व्यवस्था की जाएगी। सरस्वती फाटक की ओर से आने वाले दर्शनार्थियों को गर्भ गृह के दक्षिणी द्वार पर जल चढ़ाने की व्यवस्था की जाएगी। VIP और सुगम दर्शन का टिकट लेने वालों को गेट 'C' से एंट्री कराकर गर्भ गृह के उत्तरी द्वार पर जल चढ़ाने की व्यवस्था की जाएगी। खास बात यह है कि हर साल की भांति इस बार भी सावन के चारों सोमवार को काशी विश्वनाथ के सिर्फ झांकी दर्शन की ही व्यवस्था रहेगी।

ऐसे कर सकेंगे बाबा का ऑनलाइन दर्शन

मंदिर प्रबंधन द्वारा बताया गया कि जो श्रद्धालु काशी विश्वनाथ के ऑनलाइन दर्शन करना चाहते हैं या आरती देखना चाहते हैं तो वह भी जारी किए गए वेबसाइट (https://shrikashivishwanath.org) पर विजिट कर सुगम दर्शन और आरती का टिकट, ऑनलाइन प्रसाद और गेस्ट हाउस बुक करा सकते हैं। साथ ही अन्य किसी तरह की जानकारी चाहिए तो श्रद्धालु मोबाइल नंबर 6393131608 / 7080292930 / 6393131608 पर कॉल करके बात कर सकते हैं।


धाम परिसर में ही लगेंगी कतारें 

प्रबंधन ने बताया कि काशी विश्वनाथ धाम का काम अब लगभग 60 प्रतिशत से ज्यादा पूरा हो चुका है। इस बार ऐसी व्यवस्था का प्रयास किया जा रहा है कि ज्यादा से ज्यादा श्रद्धालु धाम परिसर में ही बाबा के दर्शन के लिए कतारबद्ध हो सकें। मंदिर के बाहर गोदौलिया से चौक होते हुए मैदागिन तक श्रद्धालुओं की जो कतार लगती है, वो न लगे। इसके लिए कार्यदायी संस्था से बात की गई है और उन्हें कहा गया है कि निर्माण कार्य को एक महीने ऐसे करें कि धाम परिसर में श्रद्धालुओं की कतार के लिए पर्याप्त जगह हो।

मास्क पहनकर ही जाएं 

बाबा का दर्शन-पूजन करने आने वाले श्रद्धालुओं को कोविड-19 की गाइडलाइन का पालन हर हाल में करना होगा। मास्क पहन कर आना होगा और 2 गज की दूरी के नियम का पालन करना होगा। मंदिर की दीवारों और विग्रहों को छूने की इजाजत नहीं रहेगी। मंदिर के सीईओ ने कहा कि भक्ति के साथ श्रद्धालु कोरोना महामारी को लेकर भी अतिरिक्त सतर्कता बरतें और प्रशासन का सहयोग करें।

मंदिर आएं तो इन बातों का रखें ध्यान

  • श्रद्धालु कोई भी इलेक्ट्रानिक गैजेट अपने साथ लेकर न आएं।
  • कोई भी ज्वनलशील पदार्थ और माचिस अपनी जेब में न रखें।
  • प्लास्टिक के डिब्बे में दूध या जल लेकर न आएं।
  • कोई भी समस्या हो तो मंदिर में बने हेल्पडेस्क पर जाएं।
  • दर्शन-पूजन के बाद सुरक्षा के लिहाज से संवेदनशील स्थान पर न जाएं।
  • गंगा में स्नान के दौरान बैरिकेडिंग से आगे गहरे पानी में न जाएं।
  • चारपहिया वाहन से गोदौलिया की ओर न आएं और मैदागिन से चौक की ओर न जाएं।
  • कहीं भी कोई लावारिस सामान दिखे तो तत्काल पुलिस को बताएं।