वक्फ बिल पर गरमाई राजनीति, अखिलेश यादव पर भड़के रामभद्राचार्य
समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव के हालिया बयान ने विवाद खड़ा कर दिया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि मठाधीश और माफिया में कोई खास अंतर नहीं होता. रामभद्राचार्य ने इस बयान को दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए अखिलेश पर तीखा पलटवार किया
वक्फ संशोधन बिल को लेकर देशभर में सियासी हलचल तेज हो गई है. संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) को इस बिल पर 1.2 करोड़ ई-मेल मिले हैं, जिनमें लोगों ने अपनी राय जताई है। इसी बीच जगतगुरु रामभद्राचार्य ने वक्फ संपत्तियों पर बयान देते हुए कहा, "वे (वक्फ) करोड़ों की संपत्ति पर कब्जा किए बैठे हैं, इस पर संशोधन होना चाहिए. सरकार सही दिशा में संशोधन ला रही है. भगवान करें यह बिल दोनों सदनों से पास हो.
अखिलेश यादव पर रामभद्राचार्य का पलटवार
समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव के हालिया बयान ने विवाद खड़ा कर दिया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि मठाधीश और माफिया में कोई खास अंतर नहीं होता. रामभद्राचार्य ने इस बयान को दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए अखिलेश पर तीखा पलटवार किया. एक टीवी इंटरव्यू में उन्होंने कहा, "अखिलेश को धर्म की कोई जानकारी नहीं है. यूपी में 34 सीटें जीतकर उन्हें लगता है कि वे सिकंदर हो गए हैं, लेकिन ऐसा नहीं है. मठाधीश धर्म के रक्षक होते हैं, जबकि माफिया धर्म का विनाशक होता है.
मुंबई चलो अभियान पर भी बोले रामभद्राचार्य
महाराष्ट्र में महंत रामगिरि महाराज द्वारा इस्लाम पर की गई टिप्पणी के बाद असदुद्दीन ओवैसी की एआईएमआईएम पार्टी के महाराष्ट्र प्रमुख इम्तियाज जलील ने इसके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. जलील ने आरोप लगाया कि महाराष्ट्र में जाति और धर्म के नाम पर दंगे भड़काने की साजिश हो रही है. इस पर प्रतिक्रिया देते हुए जगतगुरु रामभद्राचार्य ने कहा, "हम साहस और सच्चाई में विश्वास करते हैं। हर व्यक्ति को अपने अधिकारों की रक्षा करते हुए देश में रहना चाहिए और अपने धर्म का पालन करना चाहिए, लेकिन हमें किसी के धर्म का अपमान करने की आवश्यकता नहीं है."