विश्व पर्यटन दिवस : आचार्य सीताराम चतुर्वेदी महिला महाविद्यालय में विशेष कार्यक्रम का आयोजन, काशी के प्रमुख पर्यटन स्थलों की दी गई जानकारी
आचार्य सीताराम चतुर्वेदी महिला महाविद्यालय, डोमरी, रामनगर में 'विश्व पर्यटन दिवस' के उपलक्ष्य में विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया.
वाराणसी, भदैनी मिरर। आचार्य सीताराम चतुर्वेदी महिला महाविद्यालय, डोमरी, रामनगर में "विश्व पर्यटन दिवस" के उपलक्ष्य में विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम का शुभारंभ महाविद्यालय की निदेशक प्रो. कल्पलता पांडेय, मुख्य अतिथि धर्मेंद्र तिवारी (गवर्नमेंट अप्रूव्ड टूरिस्ट गाइड), और डॉ. अरुण कुमार दुबे द्वारा मां सरस्वती और आचार्य पंडित सीताराम चतुर्वेदी के चित्र पर माल्यार्पण से किया गया.
महाविद्यालय की निदेशक प्रो. कल्पलता पांडेय ने मुख्य अतिथि का सम्मान अंग वस्त्र, स्मृति चिन्ह और पौधा भेंट कर किया. अपने संबोधन में मुख्य अतिथि धर्मेंद्र तिवारी ने "विश्व पर्यटन दिवस" के महत्व पर प्रकाश डालते हुए बताया कि यह दिवस 27 सितंबर को मनाया जाता है और इसका उद्देश्य वैश्विक स्तर पर पर्यटन के सामाजिक, सांस्कृतिक, राजनीतिक, और आर्थिक योगदान को जागरूक करना है. उन्होंने काशी के प्रमुख पर्यटन स्थलों और विशेष रूप से व्यास मंदिर का उल्लेख किया. साथ ही, पर्यटन स्थलों के बारे में जानकारी फैलाकर यात्रियों की भीड़ की समस्या को कम करने की आवश्यकता पर जोर दिया.
महाविद्यालय की निदेशक प्रो. कल्पलता पांडेय ने अपने विचार व्यक्त करते हुए बताया कि पर्यटन क्षेत्र में असीम संभावनाएं हैं. उन्होंने रूस, यूक्रेन, इज़राइल, हमास, लेबनान और ईरान में चल रहे युद्धों से पर्यटन उद्योग को हुए नुकसान का भी उल्लेख किया. साथ ही, उन्होंने उत्तर प्रदेश के भारत में तीसरे स्थान पर होने की जानकारी देते हुए कहा कि यहां आने वाले अधिकांश पर्यटक प्रदेश में जरूर आते हैं.
मोनालिसा, डॉ. रजनी श्रीवास्तव और महाविद्यालय की छात्राओं ने भी अपने विचार साझा किए. कार्यक्रम का स्वागत भाषण डॉ. प्रतिमा राय ने दिया और धन्यवाद ज्ञापन डॉ. अरुण कुमार दुबे ने किया. संचालन लक्ष्मी द्वारा किया गया.
इस अवसर पर मोनालिसा जी, डॉ. सूर्य प्रकाश वर्मा, दीपक कुमार गुप्ता, वरुण अग्रवाल, लवकेश तिवारी, चंचल ओझा, शाहिना परवीन सहित अन्य शिक्षक-शिक्षिकाएं और छात्राएं उपस्थित रहीं.