बगावती सुर पर BJP का मंथन! UP सरकार को कौन करना चाहता है अस्थिर? भाजपा कर रही विभीषणों को चिन्हित?
राजनीतिक खिलाड़ी भारतीय जनता पार्टी की यूपी सरकार को अस्थिर करने तक का खेल शुरू कर दिए है. इस गेम का मास्टर माइंड आखिर कौन है, जो लगातार प्रदेश में विभीषणों की बयानबाजियों के जरिए प्रदेश सरकार को अस्थिर करने का प्रयास कर रहा है.
लोकसभा चुनाव के बाद भारतीय जनता पार्टी (BJP) के खिलाफ उनके ही पार्टी या सहयोगी पार्टियों के नेताओं की लगातार बयानबाजियां अब चिंता का सबब बन चुकी है. राजनीतिक खिलाड़ी भारतीय जनता पार्टी की यूपी सरकार को अस्थिर करने तक का खेल शुरू कर दिए है. इस गेम का मास्टर माइंड आखिर कौन है, जो लगातार प्रदेश में विभीषणों की बयानबाजियों के जरिए प्रदेश सरकार को अस्थिर करने का प्रयास कर रहा है.
बता दें कि प्रदेश सरकार को अस्थिर करने के इस खेल में दिल्ली के एक नामचीन पत्रकार का नाम पहले ही सामने आ चुका है. वहीं एक दिन पहले ही जौनपुर के बदलापुर के विधायक रमेश मिश्रा ने भी इसी कड़ी में बयानबाजी करते हुए खलबली मचा दी थी. हालांकि, अगले ही दिन उन्होंने अपने बयान से पल्ला झाड़ते हुए यह भी कहा कि उनकी बातों को तोड़ मरोड़कर प्रस्तुत किया गया है.
प्रदेश भाजपा के वरिष्ठ नेताओं की मानें तो लोकसभा चुनाव के बाद से ही कुछ नेता विभीषण की भूमिका में आ गये हैं और अपनी ही सरकार को कमजोर करने की नीयत से उलूल-जुलूल बयान दे रहे हैं. पार्टी ऐसे नेताओं के बयानों की बारीकी से पड़ताल कर रही है, ऐसा लगता है कि इन बयानबाजियों के पीछे कोई बड़ा खेल चल रहा है. कोई तो मास्टरमाइंड है, जो योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रदेश में पूरे दमदार तरीके से चल रही बीजेपी सरकार को अस्थिर करने की साजिश रच रहा है. पार्टी इस बात को लेकर भी मंथन कर रही है कि आखिर बीजेपी के अंदर अभी कितने और विभीषण छिपे हैं, जो किसी खास उद्देश्य से प्रदेश सरकार को कमजोर करने के लिए बयानबाजियां कर सकते हैं.
बता दें कि एक दिन पहले ही जौनपुर के बदलापुर के विधायक रमेश मिश्र ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो के जरिए यह कहते हुए सनसनी फैला दी थी कि आगामी 2027 में यूपी में बीजेपी की सरकार नहीं बन रही है. हालांकि, दूसरे ही दिन उन्होंने एक और वीडियो जारी करते हुए कहा कि उनके बयान को तोड़ मरोड़ कर प्रस्तुत किया गया है. उन्होंने कहा कि मोदी जी और योगी जी के नेतृत्व में हम पूर्ण बहुमत से सरकार बनाएंगे और सपा मुंगेरीलाल के हसीन सपने देखना छोड़ दे.
गौरतलब है कि रमेश मिश्र को लेकर भी काफी चर्चाएं हैं. इसके अलावा वह खुद अपने विधानसभा क्षेत्र में भी इस बार बीजेपी के लोकसभा प्रत्याशी को जितवा नहीं पाए. इसके बावजूद अचानक सोशल मीडिया पर बयान देने से पार्टी के वरिष्ठ नेता अब इस बात को लेकर मंथन करने लगे हैं कि कोई तो मास्टरमाइंड है, जो प्रदेश सरकार को कमजोर करने के लिए बड़ा खेल रच रहा है.