Varanasi : एंटी करप्शन की टीम ने VDA के कर्मी को रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा

एंटी करप्शन टीम ने विकास प्राधिकरण (वीडीए) में संपत्ति विभाग के एक कर्मचारी को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया।

Varanasi : एंटी करप्शन की टीम ने VDA के कर्मी को रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा

वाराणसी: एंटी करप्शन टीम ने विकास प्राधिकरण (वीडीए) में संपत्ति विभाग के एक कर्मचारी को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया। यह मामला शास्त्री नगर, सिगरा निवासी अधिवक्ता शिवकुमार सिन्हा के फ्लैट से जुड़ा है, जिसे लेकर पिछले चार साल से नामांतरण की प्रक्रिया लंबित थी।

2019 में शिवकुमार सिन्हा ने अपनी बुआ के नाम दर्ज फ्लैट का नामांतरण कराने के लिए वीडीए में आवेदन दिया था। हालांकि, 2020 में नामांतरण के बाद संपत्ति विभाग ने नाम खारिज कर दिया। विभागीय बाबू रविशंकर ने इस प्रक्रिया को दोबारा पूरा करने के लिए दो लाख रुपये की मांग की। कई प्रयासों के बाद मामला 50,000 रुपये में तय हुआ, लेकिन नाम नहीं चढ़ा।

एंटी करप्शन टीम की कार्रवाई

थक-हारकर पीड़ित ने एंटी करप्शन टीम से संपर्क किया और शिकायत दर्ज कराई। जांच के दौरान, रविशंकर को 5,000 रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा गया।

पीड़ित की आपबीती

शिवकुमार सिन्हा ने बताया कि अधिकारियों की लापरवाही और रिश्वतखोरी के चलते चार साल तक उन्हें चक्कर काटने पड़े। "वीडीए में अधिकारी काम बाबू के हवाले कर देते हैं और बाबू बिना पैसे काम नहीं करता," उन्होंने आरोप लगाया।

उन्होंने आगे कहा कि 2 लाख रुपये की मांग घटकर 50,000 पर आई, लेकिन समस्या का समाधान नहीं हुआ। अंत मजबूर होकर उन्होंने एंटी करप्शन टीम की मदद ली।