Maharashtra Assembly Election : विनोद तावड़े के कैश कांड पर अखिलेश यादव का बीजोपी पर तीखा प्रहार, कहा- चुनाव से पहले खूब पैसे...
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से ठीक 14 घंटे पहले बीजेपी नेता और राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े का कथित वीडियो सामने आया है, जिसमें वह कैश बांट रहे है। इस वीडियो के बाद जमकर सभी राजनीतिक दलों में आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से ठीक 14 घंटे पहले बीजेपी नेता और राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े का कथित वीडियो सामने आया है, जिसमें वह कैश बांट रहे है। इस वीडियो के बाद जमकर सभी राजनीतिक दलों में आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने इस मुद्दे पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि "यह बीजेपी का पुराना तरीका है। चुनाव से पहले वे खूब पैसे बांटते हैं।" विपक्ष ने इस घटना को लेकर चुनाव आयोग से सख्त कार्रवाई की मांग की है।
विनोद तावड़े का बचाव: 'बेबुनियाद आरोप'
वहीं, विनोद तावड़े ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि नालासोपारा में आचार संहिता के पालन पर चर्चा के लिए एक बैठक का आयोजन किया गया था। उन्होंने दावा किया कि बहुजन विकास अघाड़ी के कार्यकर्ताओं ने हंगामा कर बेबुनियाद आरोप लगाए। तावड़े ने कहा, "महायुति को मिल रहे अपार समर्थन से हताश विपक्ष इसे मुद्दा बनाने की कोशिश कर रहा है। मैंने चुनाव आयोग से निष्पक्ष जांच की अपील की है।"
चुनाव आयोग ने शुरू की जांच
अतिरिक्त मुख्य चुनाव अधिकारी किरण कुलकर्णी ने कहा कि मामले की जांच जारी है और आचार संहिता का पालन सुनिश्चित करने के लिए उड़न दस्ता मौके पर पहुंचा। पुलिस ने होटल की तलाशी ली और कुछ सामग्रियां जब्त की हैं। एफआईआर दर्ज करने की प्रक्रिया भी चल रही है।
क्या है मामला?
यह विवाद नालासोपारा विधानसभा क्षेत्र में तब शुरू हुआ जब बहुजन विकास अघाड़ी के कार्यकर्ताओं ने एक होटल के बाहर हंगामा किया। आरोप है कि होटल में विनोद तावड़े की बैठक के दौरान पैसे बांटे जा रहे थे। अघाड़ी के विधायक क्षितिज ठाकुर और उनके समर्थकों ने यह दावा किया।
बीजेपी ने विपक्ष पर लगाया पलटवार का आरोप
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि महाविकास अघाड़ी नालासोपारा क्षेत्र में मुकाबले से बाहर है और यह आरोप उनकी "छटपटाहट" को दर्शाता है। उन्होंने कहा, "अगर विपक्ष के पास सबूत हैं, तो सामने लाएं। महाविकास अघाड़ी निराधार आरोप लगाकर माहौल खराब करने की कोशिश कर रही है।"