CM के फर्जी OSD और सारनाथ के पूर्व इंस्पेक्टर सहित रुद्रा हाइट्स अपार्टमेन्ट के मालिक के खिलाफ एफआईआर दर्ज, जुआ प्रकरण में इंस्पेक्टर ने अफसरों को किया गुमराह 

वाराणसी में सीएम यूपी के फर्जी ओएसडी, सारनाथ के पूर्व इंस्पेक्टर परमहंस गुप्ता और रुद्रा हाइट्स अपार्टमेन्ट के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है. यह प्राथमिकी एडीसीपी वरुणा जोन के जांच के बाद हुई है.

वाराणसी, भदैनी मिरर। जुआ प्रकरण में तत्कालीन इंस्पेक्टर परमहंस गुप्ता ने वाराणसी कमिश्नरेट के अफसरों को इस कदर गुमराह किया कि उसने अपना तबादला सीबीसीआईडी लखनऊ करवा लिया. वाराणसी कमिश्नरेट के अफसरों ने इंस्पेक्टर को सीबीसीआईडी के लिए लखनऊ रिलीव भी कर दिया. मामले ने तुल पकड़ा तो पूर्व प्रभारी निरीक्षक परमहंस गुप्ता के साथ ही उसके दोस्त और सीएम के फर्जी ओएसडी बताने वाले धर्मेंद्र चौबे के अलावा रुद्रा हाइट्स अपार्टमेन्ट के मालिक के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है. यह एफआईआर एडीसीपी वरुणा जोन टी सरवणन के जांच के बाद एसओ विवेक कुमार त्रिपाठी की तहरीर पर हुई है.

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बकौल एसओ सारनाथ विवेक कुमार त्रिपाठी ने तहरीर में बताया कि उन्हें 14 नवंबर को सूचना मिली कि थाना क्षेत्र में पहड़िया स्थित रूद्रा हाइट्स अपार्टमेण्ट में 07 व 8 नवंबर की रात्रि को पूर्व प्रभारी निरीक्षक थाना सारनाथ परमहंस गुप्ता व एक अन्य व्यक्ति धर्मेन्द्र चौबे जो अपनी पहचान छुपाकर स्वयं को मुख्यमन्त्री यूपी का ओएसडी बता रहा था, दोनों लोग रुदा हाइट्स अपार्टमेन्ट में जाते हैं जहाँ कुछ व्यक्ति जुआ खेल रहे थे, प्रभारी निरीक्षक व खुद को माननीय मुख्यमन्त्री यूपी का ओएसडी बता रहा व्यक्ति धर्मेन्द्र चौबे वहाँ से 41 लाख रूपये लूट कर चले गये. चूँकि अब तक उक्त प्रकरण में जनता के किसी भी व्यक्ति द्वारा कोई शिकायत नहीं की गयी है न ही कोई प्रार्थना पत्र दिया गया है इसलिए अभियोग पंजीकृत नहीं किया गया. परन्तु यह गम्भीर अपराध है जिसमें सुसंगत धाराओ में अभियोग पंजीकृत किया जाना समीचीन होगा. सारनाथ पुलिस ने बीएनएस की धारा 319 (2), 309 (4), सार्वजनिक जुआ अधिनियम 3 और 4 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है.

पहले से विवाद में रहे है इंस्पेक्टर

जुआ प्रकरण को लेकर चर्चा में आए इंस्पेक्टर परमहंस गुप्ता का विवादों से पुराना नाता है. तत्कालीन इंस्पेक्टर सारनाथ परमहंस गुप्ता परमहंस गुप्ता को पहले जुआ प्रकरण में लाइन हाजिर और फिर बाद में सस्पेंड किया गया था. उन पर वाराणसी के चेतगंज और फिर चोलापुर थानाध्यक्ष रहते हुए भी उन्हें अफसरों ने शिकायत और लापरवाही पर हटाया था.

अखिलेश यादव ने भी सरकार और पुलिस पर साधा था निशाना

सपा सुप्रीमों अखिलेश यादव ने इस जुआ प्रकरण को लेकर हुए लूट कांड को लेकर अपने सोशल मीडिया एक्स अकाउंट पर पोस्ट करते हुए लिखा कि - उत्तर प्रदेश में फिल्म सिटी तो नहीं बनी लेकिन लगता है फिल्म की रियल लोकेशन शूटिंग शुरू हो गई है. सारनाथ में हाईप्रोफाइल बिल्डिंग में खेले जा रहे हैं हाईप्रोफाइल जुए में हाईप्रोफाइल स्टाइल में एक छापा पड़ा और कोई माल लेकर नदारद हो गया.

इस फिल्म का क्लाइमेट यह है कि देश के प्रधान संसदीय क्षेत्र के निकटस्थ हुई इस वारदात की हिस्सेदारी में असली दवा किसका होगा?

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पूर्व आईपीएस ने की थी एफआईआर और गिरफ्तारी की मांग 

वाराणसी के चर्चित जुआ प्रकरण में पैसे के लूट कांड को लेकर आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर ने यूपी के डीजीपी से सारनाथ थाने के तत्कालीन इंस्पेक्टर परमहंस गुप्ता के खिलाफ तत्काल एफआईआर दर्ज करने की मांग की थी. उन्होंने डीजीपी को लिखे पत्र में इंस्पेक्टर द्वारा जुए के 41 लाख रूपए हड़पने के आरोप प्रथमदृष्टया स्थापित होने के बाद भी पुलिस कमिश्नर वाराणसी मोहित अग्रवाल द्वारा इंस्पेक्टर को मात्र निलंबित किया जाना घोर आपत्तिजनक दर्ज करवाते हुए स्वयं पुलिस कमिश्नर की भूमिका को भी संदिग्ध बताया था. उन्होंने कहा कि इतने गंभीर मामले में तत्काल एफआईआर दर्ज करते हुए गिरफ्तारी की मांग की थी.