काशी विद्यापीठ दीक्षांत समारोह में बिजली गुल, माइक खराब: राज्यपाल ने बिना माइक की समारोह शुरु करने की घोषणा 

काशी विद्यापीठ में आयोजित 46वें दीक्षांत समारोह के दौरान राज्यपाल आनंदीबेन पटेल मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थीं. कार्यक्रम के दौरान उस समय अफरा-तफरी मच गई जब समारोह के बीच में दो बार बिजली कट गई

काशी विद्यापीठ दीक्षांत समारोह में बिजली गुल, माइक खराब: राज्यपाल ने बिना माइक की समारोह शुरु करने की घोषणा 

वाराणसी, भदैनी मिरर। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में आयोजित 46वें दीक्षांत समारोह के दौरान राज्यपाल आनंदीबेन पटेल मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थीं. कार्यक्रम के दौरान उस समय अफरा-तफरी मच गई जब समारोह के बीच में दो बार बिजली कट गई. इस स्थिति से विश्वविद्यालय प्रशासन के अधिकारी घबरा गए. इसी बीच दीक्षांत समारोह को आगे बढ़ाने के लिए राज्यपाल से अनुमति मांगी गई, जैसे ही राज्यपाल ने माइक से घोषणा करने का प्रयास किया, माइक खराब हो गया. उन्हें दूसरा माइक दिया गया, लेकिन वह भी काम नहीं कर सका. अंततः राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने बिना माइक के ही दीक्षांत समारोह शुरू करने की घोषणा कर दी.

उच्च शिक्षा मंत्री ने दीक्षांत समारोह में बयां किया अपना दर्द

दीक्षांत समारोह में उत्तर प्रदेश के उच्च शिक्षा कैबिनेट मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने शिक्षकों और छात्रों को संबोधित किया. अपने संबोधन में उन्होंने मौजूदा समय में देश के दो अलग-अलग दिशाओं में बंटने पर चिंता जताई. उन्होंने कहा, "एक ओर एक व्यक्ति है जो देश को चांद और सूरज तक पहुंचाने में जुटा है, तो दूसरी ओर कुछ लोग देश को जाति और विभाजन की ओर धकेल रहे हैं। मैं नाम नहीं लूंगा, लेकिन ऐसे लोग हैं जो भारत माता की जय नहीं बोलते, जबकि एक व्यक्ति ऐसा है जो अमेरिका की सड़कों पर भारत माता की जय का नारा बुलंद कर रहा है.

उन्होंने शिक्षकों को अपने कर्तव्यों की याद दिलाते हुए कहा कि समाज किस दिशा में जाए, यह तय करने और सही दिशा में शिक्षित करने का जिम्मा शिक्षकों का है.