डकैती का आरोपी दरोगा गिरफ्तार, गैंगस्टर एक्ट में हुई कार्रवाई
नीची बाग के ज्वैलर्स जयराम के दो कर्मियों से 42.50 लाख डकैती करने वाले गिरोह के सरगना जमानत पर रिहा हुए दरोगा सूर्यप्रकाश पांडेय को गैंगस्टर एक्ट में आदमपुर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.
वाराणसी, भदैनी मिरर। नीची बाग के ज्वैलर्स जयराम के दो कर्मियों से 42.50 लाख डकैती करने वाले गिरोह के सरगना जमानत पर रिहा हुए दरोगा सूर्यप्रकाश पांडेय को गैंगस्टर एक्ट में आदमपुर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. डकैती में शामिल दरोगा और उसके अन्य पांच साथियों पर रामनगर थाने में गैंगस्टर का मुकदमा दर्ज किया गया था. बता दें, हाल ही में आरोपी दरोगा जमानत पर रिहा हुआ था. पुलिस की लचर पैरवी से मिले दरोगा को जमानत पर पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल काफी नाराज थे. इस मामले में तत्कालीन रामनगर इंस्पेक्टर और एसीपी कोतवाली को पद से हटा दिया था.
जानकारी के मुताबिक रामनगर थाने में वारदात में शामिल यूपी पुलिस के दरोगा सूर्यप्रकाश पांडेय निवासी कर्नलगंज प्रयागराज और मूल निवासी पांडेयपुर जनपद बलिया के अलावा नीलेश यादव निवासी बड़ागांव, मुकेश दुबे निवासी बड़ागांव, योगेश पाठक निवासी चोलापुर, विकास मिश्रा आयर बाजार चोलापुर और अजय गुप्ता अहिरौली आयर बाजार चोलापुर के विरुद्ध गैंगस्टर चार्ट तैयार कर प्राथमिकी दर्ज की गई थी.
डकैती के आरोप में जेल भेजे गए दरोगा सूर्य प्रकाश पांडेय को इलाहाबाद हाईकोर्ट से 12 सितम्बर को जमानत मिल गई थी. इस मामले में रामनगर थाने के पूर्व प्रभारी अनिल कुमार शर्मा और कोतवाली क्षेत्र के पूर्व एसीपी अमित कुमार श्रीवास्तव की लापरवाही सामने आई थी. इसे गंभीर लापरवाही मानते हुए पुलिस आयुक्त ने दोनों अधिकारियों के खिलाफ विभागीय जांच का आदेश जारी किया था.
घटना 22 जून रात की है, जब आभूषण कारोबारी जयपाल कुमार के दो कर्मचारियों से बस से उतारकर 42.50 लाख रुपये लूटे गए थे. इस घटना के संबंध में रामनगर थाने में 13 जुलाई को मामला दर्ज किया गया. इसके बाद कमिश्नरेट की एसओजी ने जांच के दौरान 24 जुलाई को नदेसर चौकी के तत्कालीन इंचार्ज सूर्य प्रकाश पांडेय को उसके दो साथियों के साथ 8.05 लाख रुपये सहित गिरफ्तार किया था. मामले में कुल पांच आरोपी गिरफ्तार किए गए थे. इस बीच, दरोगा सूर्य प्रकाश पांडेय को पुलिस सेवा से बर्खास्त करने की प्रक्रिया भी शुरू की गई थी. हालांकि, अब दरोगा पांडेय इलाहाबाद हाईकोर्ट से जमानत हासिल करने में सफल हो गया है. इस पर पुलिस आयुक्त ने कार्रवाई करते हुए रामनगर थाने के प्रभारी अनिल कुमार शर्मा और एसीपी अमित कुमार श्रीवास्तव को पद से हटा दिया है.