लाखों का माल जलकर स्वाहा: संदिग्ध परिस्थिति में लगी राजातालाब सब्जी मंडी में आग, दर्जन भर आढ़तिया प्रभावित...
Goods worth lakhs burnt to death. Fire in Rajatalab vegetable market under suspicious circumstances, a dozen shopkeepers affected. संदिग्ध परिस्थिति में राजातालाब मंडी में आग लग गई। सूचना पर पुलिस घटना की जांच कर रही पुलिस।
वाराणसी,भदैनी मिरर। संदिग्ध परिस्थिति में राजातालाब सब्जी मंडी में सोमवार रात आग लग गई। सूचना पर पहुंची फायर ब्रिगेड की टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। हालांकि तब तक लाखों रुपये का माल जलकर स्वाहा हो गया। आग की चपेट में दर्जनों आढ़तियों की दुकानें आ गई। जानकारी के मुताबिक, 3 से 4 लाख रुपये का नुकसान बताया गया है। स्थानीय लोगों की माने तो आग अराजक तत्वों द्वारा लगाई गई। वहीं, जानकारी पाकर मंगलवार की सुबह एसडीएम उदयभान सिंह मौके पर पहुंचे।
मंडी की दुर्व्यवस्थाएँ कराई जाएंगी दूर
एसडीएम उदयभान सिंह ने आढ़तियों से आश्वस्त किया कि आग लगने की घटना की जांच करवाई जाएगी। अभी मंडी में जिन-जिन का आग से नुकसान हुआ है उनका आकलन कराकर सूचीबद्ध कराया जा रहा, प्रावधान के मुताबिक मदद की जाएगी। मंडी में जो भी अव्यवस्थाएं उनको जल्द दूर कराया जाएगा। उधर पीड़ित आढ़तियों ने थानाध्यक्ष राम आशीष राम को तहरीर देकर अराजक तत्वों के खिलाफ कार्यवाही की माँग की। इसके साथ ही पूर्वांचल किसान यूनियन के अध्यक्ष योगीराज सिंह पटेल, मंडी समिति के अध्यक्ष बबलू उर्फ़ बब्बू पटेल, अधिवक्ता हरिओम दुबे का कहना था पूर्व में भी कई बार सब्जी मंडी में आग लगने से लाखों रूपये का नुकसान हो चुका है। योगीराज सिंह पटेल ने मांग किया कि मंडी परिसर में फायर बिग्रेड स्टेशन की व्यवस्था की जाए।
दर्जन भर आढ़तिया हुए प्रभावित
दरअसल, सब्जी मंडी में कमला चौहान तथा राजेन्द्र पटेल की दुकान से देर रात आग की लपटें उठने लगी। बांस के ट्टटरों से दुकान की घेराबंदी होने से आग तत्काल विकराल रूप धारण कर लिया। धुंआ निकलने से आस-पास के लोग जुटने लगे और अफरा-तफरी मच गई। आढ़तिया राजकुमार सहित अन्य लोगों ने दमकल और पुलिस को सूचित किया। करीब आधे घण्टे बाद दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाया। आग की चपेट में आने से कमला, राजेंद्र, लाल बिहारी, अखिलेश, बांकेलाल, हरी गोविंद सहित करीब एक दर्जन आढ़तिया प्रभावित हुए। आलू, मिर्ची, मटर, प्याज, टमाटर, लहसुन, ख़रीफ़ के अलावा वारदाना, इलेक्ट्रोनिक वेट मशीनें, नकदी आदि सामान आग से बर्बाद हो गया। कमला व राजेंद्र तो अपनी चौकी भी नहीं बचा सके अथवा इनका सबकुछ आग से जल गई।