#Exclusive: चित्रकूट जेल में मारे गए मुख्तार के करीबी पर वाराणसी पुलिस ने कसा था शिकंजा, मेराज ने पुलिस चौकी पर किया था आत्मसमर्पण, जाने उसका आपराधिक इतिहास...

योगी सरकार बनने के बाद प्रदेश में आपराधिक गैंग चलाने वालों के खिलाफ शुरु हुए अभियान में कई बदमाश यूपी पुलिस के गन प्वॉइंट पर चढ़े। इमानियाँ बदमाशों से यूपी पुलिस लगातार मुठभेड़ करती रही। पंजाब के रोपड़ जेल में कैद पूर्वांचल के कुख्यात अपराधी से माननीय हुए मुख्तार अंसारी के पीछे जब पुलिस पड़ी तो, मेराज का नाम उनके गैंग को आर्थिक मदद पहुँचाने में आया। आपराधिक कृत्य से स्थापित काले साम्राज्य को ध्वस्त करने की जब तत्कालीन एसएसपी अमित पाठक और एसपी सिटी अब एडीसीपी काशी जोन विकास चन्द्र त्रिपाठी ने पहल शुरु की तो भाई मेराज उर्फ मेराजुद्दीन ने थाना जैतपुरा के पुलिस चौकी सरैया में आत्मसमर्पण किया था।

#Exclusive: चित्रकूट जेल में मारे गए मुख्तार के करीबी पर वाराणसी पुलिस ने कसा था शिकंजा, मेराज ने पुलिस चौकी पर किया था आत्मसमर्पण, जाने उसका आपराधिक इतिहास...

वाराणसी, भदैनी मिरर। चित्रकूट के जिला कारागार में कैदी अंशुल दीक्षित ने जिस बनारस के भाई मेराज की हत्या की उसका नाम वह दो दशक पहले चर्चा में आया था। वाराणसी के हुकुलगंज में 1995 में एके-47 से हत्या में मुन्ना बजरंगी के साथ उसका नाम जुड़ा। उसके बाद 2006 में बड़ी मात्रा में हेरोइन के साथ उसे पकड़ा गया था। मुख्तार के तर्ज पर मेराज भी खुद के वाहन का नम्बर भी एक रखता था। तीन वाहनों के नम्बर 2500-2500 हैं। मुन्ना बजरंगी गैंग का सूचीबद्ध सदस्य और मुख्तार अंसारी का सहयोगी मेराज असलहा लाइसेंस के नवीनीकरण में धोखाधड़ी, मकान पर कब्जा और रंगदारी का काम करता रहा है। भाई मेराज के नाम से चर्चित मेराजुद्दीन मुख्तार के लिए काम करता था। उस पर जमीन पर कब्जा, रंगदारी और धमकी देने के  मामले दर्ज है। 


तत्कालीन एसएसपी अमित पाठक और तत्कालीन एसपी सिटी व वर्तमान एडीसीपी काशी जोन विकास चन्द्र त्रिपाठी ने जब गैंगेस्टर के विरुद्ध अभियान छेड़ा तो मेराज के काले साम्राज्य का पता चला। जिसके बाद जैतपुरा पुलिस ने गैंगेस्टर एक्ट में मुकदमा पंजीकृत करने के साथ ही आपराधिक कृत्य से अर्जित कैंटोमेंट क्षेत्र में भूमि लगभग कीमत 33,94,600 और वाहन ट्रक, पल्सर को जब्त किया था।  

जांच में धोखाधड़ी का चला था पता


शस्त्र नवीनीकरण के दौरान पुलिस ने जब आपराधिक इतिहास खंगाला तो मेराजुद्दीन उर्फ मेराज के धोखाधड़ी का पता चला। जिसके बाद पुलिस अधिकारियों को पता चला कि ग्राम महेन थाना करीमुद्दीनपुर गाजीपुर का मूल निवासी भाई मेराज उर्फ मेराजुद्दीन ने तथ्यों को छुपाकर फर्जी दस्तावेज के आधार पर विभिन्न थाना क्षेत्र से एक रिवाल्वर, एक डीबीबीएल 12 बोर, एक .22 बोर के राइफल का लाइसेंस बनवा लिया गया है। जिसके बाद पुलिस ने मेराज के भाई अब्दुल कलाम खाँ जो मेराज का परोक्ष रूप से सहयोगी है पर चाप चढ़ाई तो उसके पास से भी .32 बोर रिवाल्वर, डबल बैरल बंदूक और एनपीवी रायफल का शस्त्र लाइसेंस प्राप्त हुआ। पुलिस ने लाइसेंस के निरस्तीकरण की आख्या जिलाधिकारी को भेजी थी जिसके बाद उसके असलहे को जब्त कर लिया गया।


पुलिस चौकी सरैया पर किया था आत्मसमपर्ण


जैसे-जैसे पुलिस को मुन्ना बजरंगी गैंग के सदस्य और मुख्तार अंसारी के करीबी मेराज अहमद के काले साम्राज्य का पता चलता गया, पुलिस ने अपनी कार्रवाई तेज कर दी। पुलिस के दबाव और लगातार की जा रही कार्यवाही के भय से 3 अक्टूबर 2020 को उसने पुलिस चौकी सरैया थाना जैतपुरा में आत्मसमर्पण किया था। मेराज के विरूद्ध जनपद वाराणसी के अतिरिक्त अन्य जनपदों में भी करीब दो दर्जन मुकदमें पंजीकृत हैं। 

मेराज उर्फ मेराजुद्दीन का आपराधिक इतिहास

  1. मु0अ0सं0-508/02 धारा 147/148/149/307/302/120बी भादवि व 7 सीएलए एक्ट, 25/27 आर्म्स एक्ट थाना सिगरा वाराणसी।
  2. मु0अ0सं0-639/03 धारा 3/25 आर्म्स एक्ट थाना कैण्ट वाराणसी।
  3. मु0अ0सं0-640/03 धारा 18/20 एनडीपीएस थाना  कैण्ट वाराणसी।
  4. मु0अ0सं0 160/06 धारा 147,148,149,304 भादवि व 7 सीएलए एक्ट व 3/4  गैंग अधिनियम थाना कोतवाली रायबरेली
  5. मु0अ0सं0 77/06 धारा 8/21 एनडीपीएस एक्ट थाना जैतपुरा वाराणसी
  6. मु0अ0सं0 164/07 धारा 110 जी सीआरपीसी थाना जैतपुरा वाराणसी
  7. मु0अ0सं0 175/07 धारा 3/4  गुण्डा एक्ट थाना जैतपुरा वाराणसी 
  8. मु0अ0सं0 17/04 धारा 3(2) एनएसए थाना सिगरा वाराणसी
  9. मु0अ0सं0 153/2020 धारा 419, 420, 467, 468, 470, 471, 120 बी, 216 भा0द0वि0 थाना जैतपुरा वाराणसी। 
  10.  मु0अ0सं0 177/2020 धारा 21/30 आर्म्स एक्ट थाना जैतपुरा जनपद वाराणसी 
  11. मु0अ0सं0 178/2020 धारा 174 ए भादवि थाना जैतपुरा जनपद वाराणसी
  12. मु0अ0सं0 734/2020 धारा 419,420,467,468,471 भादवि थाना कैण्ट जनपद वाराणसी 
  13.  मु0अ0सं0 735/2020 धारा 419,420,467,468,471 भादवि थाना कैण्ट जनपद वाराणसी 
  14. मु0अ0सं0 736/2020 धारा 419,420,467,468,471 भादवि थाना कैण्ट जनपद वाराणसी