सावन सोमवार: कड़ी सुरक्षा के बीच श्री काशी विश्वनाथ के दर्शन कर रहे श्रद्धालु, तपस्यारत पार्वती श्रृंगार के होंगे दर्शन...
श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में सावन के पांचवें सोमवार पर कड़ी सुरक्षा के बीच श्रद्धालु दर्शन-पूजन कर रहे है.
वाराणसी,भदैनी मिरर। सावन के पांचवें सोमवार को श्री काशी विश्वनाथ के दरबार में आस्था का मेला उमड़ा हुआ है. देश के कोने-कोने से शिवभक्त काशी पहुंचे हुए है. रविवार से ही खुशनुमा मौसम होने से शिव भक्तों का भगवान इंद्र भी साथ दे रहे है. श्रद्धालु श्री काशी विश्वनाथ का दर्शन करने के लिए रविवार रात से ही कतारबद्ध हो गए थे.
सोमवार भोर तीन बजे जैसे ही श्री काशी विश्वनाथ का पट आरती के बाद खुला पूरा क्षेत्र ' हर-हर महादेव ' के गगनभेदी उद्घोष से गूंज उठा. वही जगह-जगह बज रहे भक्ति गाने कानों से हृदय में उतरकर रोमांच करा रहे है. दशाश्वमेध घाट पर गंगा स्नान के बाद भगवान का जलाभिषेक करने के लिए शिवभक्तों के कदम सीधे मंदिर की ओर बढ़ रहे है.
वहीं, सावन के सोमवार को होने श्री काशी विश्वनाथ के विशेष श्रृंगार के क्रम में सप्तऋषि आरती के बाद तपस्यारत पार्वती श्रृंगार होगा.
केसरिया रंग से पटी काशी
गोदौलिया से लेकर बांसफटक और चौक से मैदागिन को जिला प्रशासन द्वारा नो व्हिकिल जोन घोषित करने से शिवभक्तों को काफी सहूलियत हुई है. मंदिर प्रशासन के मुताबिक प्रत्येक सावन के सोमवार को औसतन 6 लाख भक्त दर्शन कर रहे है. रविवार की रात से ही इस इलाके में भक्ति का अनूठा संगम दिखाई दे रहा है. चारों ओर केसरिया रंग से काशी पट गई है. कोई बेलपत्र तो धतूरा तो कोई दूध तो गंगाजल से बाबा का अभिषेक करने को कतारबद्ध है.
सुरक्षा के मुकम्मल इंतजाम
उधर, गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ने की वजह से स्थानीय फोर्स, पीएसी और एनडीआरएफ के जवान खास सतर्कता बरत रहे है. लगातार गंगा में चक्रमण करके श्रद्धालुओं को गंगा में की गई बैरिकेडिंग के अंदर ही स्नान करने की हिदायत दे रहे है.
इधर ज्ञानवापी परिसर का ASI सर्वे होने की वजह से जिला प्रशासन अलर्ट पर है. लगातार कमिश्नरेट के अफसर पल-पल सुरक्षा का अपडेट ले रहे है. हर पुलिसकर्मी को अलर्ट पर रहकर ड्यूटी देने की सलाह दी गई है. हर छोटी-छोटी घटनाओं को गंभीरता से लेने और तत्काल उच्चाधिकारियों को बताने के निर्देश दिए गए है.