बिहार में बाढ़ को लेकर रोहिणी आचार्य की मांग, राष्ट्रीय आपदा घोषित करें सरकार

लालू प्रसाद यादव की बेटी और छपरा से लोकसभा प्रत्याशी रोहिणी आचार्य ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बिहार में बाढ़ को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की मांग की है.

बिहार में बाढ़ को लेकर रोहिणी आचार्य की मांग, राष्ट्रीय आपदा घोषित करें सरकार

पटना: बिहार में इन दिनों राजधानी पटना समेत कई जिलों में भीषण बाढ़ का कहर जारी है, जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. कई जिलों के प्रशासन बाढ़ की स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए हैं, लेकिन इस बीच लालू प्रसाद यादव की बेटी और छपरा से लोकसभा प्रत्याशी रोहिणी आचार्य ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बिहार में बाढ़ को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की मांग की है.

"सरकार मूकदर्शक बनी हुई है" – रोहिणी आचार्य

सारण जिले के बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करने से पहले रविवार को मीडिया से बातचीत करते हुए रोहिणी आचार्य ने राज्य सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा, "बाढ़ की वजह से लोगों को गंभीर परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन राज्य सरकार मानो कुंभकर्ण की नींद सो रही है. रोहिणी ने आगे कहा, "बाढ़ की स्थिति भयावह है, मासूम बच्चों की जान जा रही है, लेकिन सरकार मूकदर्शक बनी हुई है. यह सरकार बेशर्मों की सरकार है.

नीतीश कुमार पर तीखा हमला

रोहिणी आचार्य ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भी कड़ा हमला बोलते हुए कहा कि राज्य में स्थिति खराब होती जा रही है. उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार अपराध नियंत्रण में विफल रही है और अब बाढ़ के समय भी निष्क्रिय बनी हुई है. छपरा में बाढ़ पीड़ितों से मिलने की योजना पर रोहिणी ने कहा, "हमारे कार्यकर्ता लगातार बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में मदद कर रहे हैं, जो काम सरकार को करना चाहिए, वह हम कर रहे हैं। मैं खुद वहां जाकर स्थिति का जायजा लूंगी और लोगों से मिलूंगी.

उपेंद्र कुशवाहा पर कटाक्ष

उपेंद्र कुशवाहा द्वारा लालू प्रसाद यादव पर किए गए ट्वीट के सवाल पर रोहिणी ने कुशवाहा को पहचानने से इनकार करते हुए कहा, "कौन हैं उपेंद्र कुशवाहा? कहां से आए हैं?" गौरतलब है कि कुछ दिन पहले लालू प्रसाद यादव ने बिहार में बढ़ते अपराध और बलात्कार की घटनाओं को लेकर सोशल मीडिया पर एक पोस्ट किया था, जिसमें उन्होंने 'बलात्कार' शब्द 32 बार लिखा था. इस पर प्रतिक्रिया देते हुए उपेंद्र कुशवाहा ने लालू के पोस्ट को बिहार की बदनामी करार दिया था.