#Photos: 251 दुर्गा पंडालों से मिनी बंगाल में तब्दील हुई काशी, कोरोना के बाद लौटी रौनक, करें पंडालों के दर्शन...

#Photos: 251 दुर्गा पंडालों से मिनी बंगाल में तब्दील हुई काशी, कोरोना के बाद लौटी रौनक, करें पंडालों के दर्शन...

वाराणसी, भदैनी मिरर। शारदीय नवरात्र की सप्तमी तिथि यानी आज से देवाधिदेव महादेव की नगरी के हर सड़कों और गलियों में मां भगवती स्वरूप स्थापित हो गए हैं।   गीत-संगीत के साथ आज से शहर के कुल 251 पंडाल खुल रहे हैं। कोविड के कारण इस साल भी पिछले साल की तरह कोई भव्य पंडाल नहीं लगाया गया है। मगर इसके बाद भी भक्तों में आज दर्शन को लेकर उत्साह देखने को।मिल रहा है।  पूजा पंडालों में देवी बोधन, आमंत्रण और अधिवास के साथ विधिवत पूजा की गई। महाषष्ठी पूजन के दौरान मंत्रोच्चार करते हुए देवी को वस्त्र और आभूषण धारण कराए गए।

वहीं बंगीय पूजा पंडालों में मां को सोने के गहनों से सजाया गया। दसों भुजाओं को अस्त्रों और शस्त्रों से ही नहीं बल्कि वैक्सीन, सैनिटाइजर, इंजेक्शन, दवाइयां और आला से सुशोभित कर दिया गया है। कोविड के काल में मां दुर्गा को महामारी हरणी का रूप दिया गया है। डॉक्टर स्वरूप में मईया हाथ में वैक्सीन लेकर कोविड रूपी महिषासुर का संहार कर रहीं हैं। यही नहीं महिषासुर को ब्लैक फंगस का भी रूप दिया गया है। भगवान गणेश ऑक्सीजन प्लांट तो वहीं कार्तिकेय महराज एंबुलेंस चला रहे हैं।

नहीं सज रहे इन स्थानों के पंडाल

बता दें कि कोविड के कारण पंडालों में अधिक भीड़भाड़ न करने की भी प्रशासन कि ओर से हिदायत दी गई है। जिसे देखते हुए शहर के सबसे लोकप्रिय पंडाल हथुआ मार्केट, तेलियाबाग, चंदासी और मछोदरी इस साल नहीं लगाए गए हैं। पूरे वाराणसी शहर में केवल 3 पंडाल शिवपुर, पांडेयपुर और अर्दली बाजार में भव्य बनाए गए हैं।