कॉरिडोर परिसर में पहली बार हो रहा बाबा विश्वनाथ और माता अन्नपूर्णा का दर्शन, जाने क्या की गई है व्यवस्था...
श्री काशी विश्वनाथ कॉरिडोर बनने के बाद पहली बार धनतेरस पर माता अन्नपूर्णा का भी उसी परिसर में दर्शन हो रहा है. परिसर में स्थापित माता अन्नपूर्णा की यह प्रतिमा कनाडा से लाई गई है.
वाराणसी,भदैनी मिरर। श्री काशी विश्वनाथ कॉरिडोर बनने के बाद पहली बार धनतेरस पर माता अन्नपूर्णा का भी उसी परिसर में दर्शन हो रहा है. परिसर में स्थापित माता अन्नपूर्णा की यह प्रतिमा कनाडा से लाई गई है. इस बार मंदिर प्रशासन की ओर से भव्य झांकी सजाई गई है. जहां से श्रद्धालुओं को अन्न-धन का भी खजाना वितरित किया जा रहा है. इसको लेकर भक्त भी उत्साहित नजर आ रहे है. श्रद्धालुओं ने इस बात पर ज्यादा खुशी जाहिर की है की पहले धनतेरस पर मंदिर में काफी भीड़ और धक्कामुक्की की स्थिति रहती थी, लेकिन कॉरिडोर में प्रांगण बड़ा होने से सभी को आसानी से दर्शन मिल रहा है.
सरकार ने प्रयास कर वापस लाई मूर्ति
प्रोफेसर नागेंद्र पांडेय, अध्यक्ष श्री काशी विश्वनाथ परिषद
श्री काशी विश्वनाथ न्यास परिषद के अध्यक्ष प्रोफेसर नागेंद्र पांडेय ने कहा की आजाद भारत में पहली बार मोदी सरकार ने विदेश चली गई प्राचीन प्रतिमा को पुनः देश में लाने की कोशिश की गई. हम सबको खुशी है की विश्वनाथ मंदिर परिसर स्थित माता अन्नपूर्णा की यह प्रतिमा कनाडा से लाई गईं और भव्य उत्सव के बाद मंदिर क्षेत्र में ही प्राण प्रतिष्ठान किया गया. आज के दिन को 'धनत्रयोदशी' अर्थात धन की देवी माता लक्ष्मी की पूजा करने से धन-धान्य और सुख समृद्धि बनी रहती है.
सजाई गई है माता अन्नपूर्णा की झांकी
सुनील कुमार वर्मा, मुख्य कार्यपालक अधिकारी
मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुनील कुमार वर्मा ने बताया की सुबह से ही मंदिर में माता अन्नपूर्णा की झांकी सजाई गई है. एक ही प्रांगण में बाबा विश्वनाथ के साथ माता अन्नपूर्णा के दर्शन मिल रहे है. जिससे श्रद्धालु काफी उत्साहित है. भक्तों का स्वागत पूरा न्यास परिषद कर रहा है. उन्हे अन्न-धन का खजाना वितरित किया जा रहा है.