काशी में हुआ माता शारदा पीठाधीश्वर का स्वागत, बोले - काशीवासियों को स्वंभू ने अपने शरण में दिया है स्थान...
माता शारदा पीठाधीश्वर स्वामी श्री देवी प्रसाद जी महाराज व प्रधान पुजारी श्री पवन पांडेय (दाऊ ) जी का काशी में गुरुवार को आगमन हुआ.
वाराणसी, भदैनी मिरर। माता शारदा मैहर धाम के पीठाधीश्वर श्री श्री 108 श्री देवी प्रसाद जी महाराज एवं उनके ज्येष्ठ पुत्र प्रधान पुजारी श्री पवन पांडेय शास्त्री जी महाराज का भक्तों ने जोरदार स्वागत किया. इस दौरान पूर्वांचल के विभिन्न जनपदों से आए भक्तों ने गगनचुंबी 'जगदम्ब भवानी' और 'जय माता दी' के नारों गूंजा दिया.
इस दौरान स्वामी श्री देवी प्रसाद जी महराज ने भक्तों से 'काशी की महिमा का बखान किया. उन्होंने कहा काशी योग, अध्यात्म और मोक्ष की नगरी है. बाबा विश्वनाथ से बड़ा योग का कोई ईश्वर नहीं. उन्होंने कहा की जिसे काशी वास मिला है उसे स्वयं स्वयंभू ने अपने शरण में लिया है. उन्होंने कहा की धरती पर कोई भी ऐसी नगरी नहीं जिसे नाथ विश्वनाथ हो, मात्र काशी नगरी ही ऐसी है जो बाबा के आशीर्वाद से चल रही है. उन्होंने कहा की स्थान का महत्त्व यह है की काशी में किया गया जप-तप कई गुना होकर मिलता है. उन्होंने कहा यह 'बनारस' है, यहां भक्ति और योग बना हुआ है बस उस रस का पान करें और मोक्ष को प्राप्त करें.
भौतिक युग में यदि मोक्ष की कामना है तो भगवत शरण में जाना होगा. बिना भगवत शरण के कोई भी भव से पार नहीं पा सकता. ईश्वर को संगीत प्यारा है, आप मार्ग कोई भी चुने बस इच्छा भगवत प्राप्ति की होनी चाहिए. इन दौरान भोजपुरी गायक अमलेश शुक्ला ने 'नमस्तुते माता शारदा' भजन पर खूब झुमाया.