Jhansi Medical Collage Fire : रेस्क्यू किए गए नवजात की मौत, DM ने बताया बीमार था बच्चा

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Jhansi Medical Collage Fire : रेस्क्यू किए गए नवजात की मौत, DM ने बताया बीमार था बच्चा

Jhansi Medical Collage Fire : झांसी अग्निकांड में रेस्क्यू किए गए एक और नवजात की आज मौत हो गई है। हालांकि, जिलाधिकारी अविनाश कुमार ने नवजात की मौत की वजह बीमारी बताई है, उन्होंने कहा कि उसे बर्न इंजरी नहीं थी।

जांच कमेटी में बदलाव, रिपोर्ट में देरी

इस घटना की शुरुआती जांच रिपोर्ट अब 12 घंटे में नहीं आ सकेगी, क्योंकि सरकार ने जांच कमेटी बदल दी है। पहले झांसी के मंडलायुक्त विमल कुमार दुबे के नेतृत्व में जांच हो रही थी, लेकिन अब यह जिम्मेदारी चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की महानिदेशक किंजल सिंह को सौंप दी गई है।

मंडलायुक्त दुबे ने कहा कि उनकी अध्यक्षता में बनाई गई जांच कमेटी अब रिपोर्ट नहीं देगी। शनिवार को उन्होंने पीड़ित परिवारों और अस्पताल कर्मचारियों के बयान दर्ज किए थे। हालांकि, सरकार ने कमेटी बदलने का कारण स्पष्ट नहीं किया है।

जानें कब कैसे हुई घटना

यह हादसा शुक्रवार की रात करीब 10:30 बजे हुआ, जब ऑक्सीजन कंसंट्रेटर में स्पार्किंग के कारण आग लगी और धमाका हो गया। आग पूरे वार्ड में फैल गई। वार्ड बॉय ने आग बुझाने के लिए फायर एक्सटिंग्विशर का इस्तेमाल करना चाहा, लेकिन वह उपकरण चार साल पहले ही एक्सपायर हो चुका था, जिससे आग नहीं बुझाई जा सकी।
सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की छह गाड़ियां मौके पर पहुंचीं। आग पर काबू पाने के लिए खिड़कियां तोड़कर पानी की बौछार की गई। स्थिति गंभीर होने पर सेना की मदद ली गई। करीब दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर नियंत्रण पाया गया।

39 बच्चों को बचाया गया

इस हादसे के दौरान वार्ड की खिड़की तोड़कर 39 बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाला गया। हालांकि, इस त्रासदी ने अस्पताल प्रशासन की लापरवाही को उजागर कर दिया।

डिप्टी सीएम ने दिए जांच के निर्देश

डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने तीन स्तरों पर जांच कराने के आदेश दिए हैं। अग्निकांड के लिए कौन जिम्मेदार है, यह तीनों जांच पूरी होने के बाद ही स्पष्ट होगा।