भदैनी सामूहिक हत्याकांड: पुलिस को सीसीटीवी फुटेज से भी नहीं मिल सुराग, बड़े भतीजे का नहीं चल सका पता
भदैनी निवासी परिवार
वाराणसी,भदैनी मिरर। भदैनी निवासी परिवार के पांच लोगों की नृशंस हत्या के मामले में वाराणसी कमिश्नरेट की पुलिस शनिवार को भी हवा में तीर मारती रही. इस हत्याकांड में आरोपी माने जा रहे राजेंद्र के बड़े भतीजे एमसीए पास विशाल उर्फ विक्की की योजना के सामने पुलिस फेल है. 24 अक्टूबर को ही विशाल उर्फ विक्की ने अपना मोबाइल स्विच ऑफ कर दिया था. आखिरी बार बैंक से विशाल ने उसी दिन पैसे भी निकाले थे.
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अहमदाबाद में भी फ्लैट कर चुका है खाली
जांच के क्रम में अहमदाबाद पहुंची पुलिस टीम के हाथ भी कुछ नहीं लग सका है. विशाल उर्फ विक्की अहमदाबाद में ही सॉफ्टवेयर डेवलपर का कार्य करता था. पुलिस ने विशाल के साथ रहने वाले दोस्त से जानकारी ली तो पता चला कि उसने अपने फ्लैट को 20 अक्टूबर को ही खाली कर दिया है, दोस्त को बताया कि उसका ट्रांसफर हो गया है.
पहले राजेंद्र की हुई हत्या
भदैनी सामूहिक हत्याकांड के खुलासे में पुलिस की अलग- अलग 10 टीमें लगी हुई है. जांच के क्रम में पता चला है कि पहले राजेंद्र की 4 नवंबर की रात लगभग 12 बजे हत्या हुई थी, उसके बाद 5 नवंबर की भोर भदैनी स्थित मकान में उसकी पत्नी और तीन बच्चों की हत्या हुई है. राजेंद्र प्रसाद गुप्ता का शव रोहनिया के मीरापुर रामपुर में निर्माणाधीन मकान के भीतर मिला था, जबकि उसकी पत्नी नीलू और बच्चों नमनेंद्र, सुकेंद्र व गौरांगी का शव भदैनी वाले मकान में मिला. सभी की गोली मारकर हत्या की गई है.
सीसीटीवी फुटेज से भी कुछ खास नहीं
भदैनी वाले घटनास्थल से 100 मीटर दूर स्थित लगे सीसीटीवी फुटेज कमरे में भी पुलिस को कुछ खास नजर नहीं आया. भदैनी वाले मकान और आसपास के लोगों की गतिविधियों से भलीभांति वाकिफ शूटरों ने इतनी संजीदगी से घटना को अंजाम दिया है कि उनकी कोई गतिविधि कैमरे में कैद नहीं हुई. पुलिस को अब यह आशंका है कि कही शूटर राजेंद्र के मकान में ही किराया पर कमरा लेकर न रह रहे हों. राजेंद्र के मकान और टीनशेड में करीब 45 लोग किराए पर रह रहे है.