भदैनी हत्याकांड: भतीजे विक्की का अब तक सुराग नहीं, अहमदाबाद में टीम ने डेरा डाला, पुलिस का गर्लफ्रेंड से संपर्क करने की कोशिश
भदैनी में हुए सामूहिक हत्याकांड में अब तक वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस को सफलता हाथ नहीं लगी है. शक के घेरे में आया भतीजा विक्की का सुराग नहीं मिला है. पुलिस उसकी तलाश में जुटी है.
वाराणसी, भदैनी। भदैनी में हुए सामूहिक हत्याकांड में अब तक पुलिस ठोस नतीजे पर नहीं पहुंच सकी है. हिरासत में लिया गया छोटा भतीजा जुगनू भी अपने बड़े भाई विशाल गुप्ता उर्फ विक्की के बारे में पुलिस को कुछ बता नहीं सका. जुगनू ने इतना ही बताया कि उसका भाई विक्की शांत रहता था और लोगों से कम ही घुलता-मिलता था. वह जुगनू और बहन डॉली से भी कम ही बातचीत करता है. पुलिस तफ्तीश में पता चला है कि उसकी एक महिला मित्र भी है, जो महाराष्ट्र मे रहती है. पुलिस उस तक पहुंचने की कोशिश में लगी है.
भदैनी (भेलूपुर) निवासी राजेंद्र प्रसाद गुप्ता का शव रोहनिया में निर्माणाधीन मकान के भीतर मिला था, जबकि उसकी पत्नी नीलू और बच्चों नमनेंद्र, सुकेंद्र व गौरांगी का शव 5 नवंबर भदैनी वाले मकान में मिला था. सभी की हत्या गोली मारकर की गई है. इस मामले में पुलिस के शक के घेरे में बड़े भतीजे विशाल गुप्ता उर्फ विक्की की तलाश में पुलिस की एक टीम अहमदाबद में डेरा डाले हुई है. पुलिस को पता लता है कि विक्की 23-24 अक्टूबर से ही अपने मोबाइल फोन बंद कर लिया था. वह वारदात के एक दिन पहले यानि चार नवंबर तक बनारस में ही था. मृतक राजेंद्र प्रसाद गुप्ता पर अपने पिता, छोटे भाई, उसकी पत्नी और चौकीदार के हत्या का आरोप था.
जांच में पता चला है कि विक्की एमसीए की पढ़ाई किए हुए है और अहमदाबाद में सॉफ्टवेयर डेवलपर का काम करता है. पुलिस की एक टीम अहमदाबाद में उसके दफ्तर, फ्लैट और कॉलोनी के आसपास लोगों से जानकारी इकट्ठा कर रही है. राजेंद्र की मां शारदा देवी ने शुक्रवार को पुनः भदैनी स्थित घटनास्थल वाले मकान पर पहुंचे डीसीपी काशी जोन गौरव वंशवाल को बताया कि बड़ा भतीजा विक्की अक्सर अपने बड़े पिता को हत्या की धमकी देता था. डीसीपी ने वृद्ध शारदा देवी को ढांढस बंधवाया और उनकी सुरक्षा में फिलहाल शस्त्र सहित महिला पुलिसकर्मी की तैनाती कर दी है.