महिला चिकित्सक हत्याकांड: देवर समेत तीन भाइयों और पिता पर पति ने दर्ज करवाया केस, नौकर गिरफ्तार, चौकी इंचार्ज लाइन हाजिर ...

महिला चिकित्सक हत्याकांड: देवर समेत तीन भाइयों और पिता पर पति ने दर्ज करवाया केस, नौकर गिरफ्तार, चौकी इंचार्ज लाइन हाजिर ...

वाराणसी। महमूरगंज के संत रघुवर नगर कॉलोनी में कैंसर स्पेशलिस्ट डॉ. सपना गुप्ता दत्ता के सिर पर हथौड़ा से प्रहार कर हत्या कर थाने में सरेंडर करने वाले देवर अनिल दत्ता के अलावा डॉ. आशीष कुमार दत्ता और अमित कुमार दत्ता सहित अपने पिता कांग्रेस के पूर्व विधायक डॉ. रजनीकांत दत्ता व एक अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज कराया है। पति डॉ. अंजनी कुमार दत्ता की तहरीर पर सिगरा पुलिस मुकदमा दर्ज कर जांच शुरु कर दी है। पति अंजनी कुमार दत्ता ने पुलिस को बताया कि उनकी पत्नी सपना दत्ता से संपत्ति बंटवारे को  लेकर उनके भाई डॉ. आशीष कुमार दत्ता और अमित कुमार दत्ता से पहले से विवाद चल रहा था। उसी रंजिश में दोनों भाईयों और पिता कांग्रेस के पूर्व विधायक ने अनिल दत्ता और उसके साथी से मिलकर हत्या करवाया है।


पुलिस को दिए तहरीर में डॉ. अंजनी दत्ता ने अपने अपने भाईयों से खुद का और अपनी दोनों बेटियों के जान का खतरा बताया है। उधर हत्या में सहयोग करने वाले अनिल के नौकर दरभंगा निवासी रौशन चौहान को पुलिस ने गुरुवार सुबह गिरफ्तार कर लिया। 


अनिल बोला भाभी के झगड़े और गाली गलौज से परेशान हो गया था


थाने पर सरेंडर करने वाले अनिल ने पुलिस को बताया कि संपत्ति विवाद में अपनी भाभी के आए दिन के गालीगलौज और मारपीट से वह आजिज आ गया था। मंगलवार को दोनों में झगड़ा हुआ था तभी उसने ठान लिया था कि अब यदि भाभी उसे दोबारा अपशब्द बोलेगी या विवाद करेगी तो वह उसे ठिकाने लगा देगा। बुधवार की दोपहर जैसे ही वह अपने मां-बाप से मिल कर निकला तो भाभी ने उसे नपुंसक कह कर उकसा दिया। इसके बाद वह बर्दाश्त नहीं कर पाया और हत्या करने के बाद सीधे सिगरा थाने चला गया।


पिता की संपत्ति पर थी भाभी की नजर


अनिल ने पुलिस को बताया कि भाभी  की नजर पिता के बैंक में जमा पिता की एफडी और अचल संपत्ति पर थी। वह पिता जी की लगभग 5 करोड़ रुपये से ज्यादा की संपत्ति अकेले हड़पना चाहती थी। इसी वजह से वह तीनों भाइयों के साथ ही हमारे मां-बाप से भी अकसर विवाद करती थी। इस बारे में कई बार सिगरा थाने में शिकायत की गई थी। पुलिस आती थी और समझा कर चली जाती थी। लेकिन भाभी के ऊपर कोई फर्क ही नहीं पड़ता था। 


चौकी इंचार्ज नगर निगम पर लापरवाही का आरोप


डीसीपी वरुणा जोन विक्रांतवीर ने बताया कि इस प्रकरण में लापरवाही बरतने के आरोप में नगर निगम चौकी इंचार्ज हरिश्चंद्र वर्मा को लाइन हाजिर कर दिया गया है। वह इससे पहले भी दत्ता परिवार में झगड़े की सूचना पाकर मौके पर गए थे और समझाबुझाकर लौट आए थे लेकिन उसकी लिखापढ़ी नहीं की थी। अनिल और रौशन के अलावा मुकदमे के अन्य आरोपियों की भूमिका की जांच की जा रही है। जांच में सामने आए तथ्यों और साक्ष्य के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।