शक में प्रेमी ने ही की थी छात्रा की हत्या, झाड़ी में गला दबाने से पहले किया था दुष्कर्म, पहले भी जा चुका है जेल
वाराणसी,भदैनी मिरर। रोहनियां के माधोपुर गांव में बीए द्वितीय वर्ष की छात्रा के अर्धनग्न शव मिलने के मामलें में पुलिस ने रविवार को खुलासा कर दिया। उसकी हत्या उसके प्रेमी गोपी ने ही शक में की थी। दुष्कर्म करने के बाद गला घोटने से पहले उसने मुह में कपड़ा ठूस दिया था। परिजनों की कड़ाई के बाद छात्रा गोपी से बात करना बंद कर दी थी। गोपी को लगा छात्रा किसी और से प्रेम करने लगी है। इसी शक में गोपी हैवानियत से पेश आया और उसकी हत्या कर दी। घटना का राज मोबाइल से खुला। गोपी ने छात्रा से कहा था की 'यदि तुम मेरी नहीं तो किसी की भी नहीं हो सकती।'
बता दें, की गोपी इससे पहले वर्ष 2016 में एक मासूम से अप्राकृतिक दुष्कर्म के मामलें में शिवपुर पुलिस द्वारा जेल भेजा गया था। वह जमानत पर जेल से बाहर था।
छात्रा के साथ हैवानियत करने वाला प्रेमी गोपी।
सीओ बोलीं- दिलाएंगे कड़ी से कड़ी सजा
क्षेत्राधिकारी सदर चारू द्विवेदी ने बताया कि छात्रा के पिता की तहरीर पर अज्ञात के खिलाफ हत्या कर शव छुपाने के आरोप में रोहनिया थाने में मुकदमा दर्ज किया गया था। वारदात की तफ्तीश के लिए रोहिनया थाने की पुलिस और क्राइम ब्रांच को लगाया गया था। तफ्तीश में यही सामने आया कि छात्रा की हत्या गोपी ने ही की है।
गोपी पर एसपी ग्रामीण ने 25 हजार रुपए का इनाम घोषित किया था। लठिया तिराहा से इंस्पेक्टर रोहनिया हरिनाथ भारती ने एसएसआई जमीलुद्दीन खान और दरोगा उमेश कुमार, गौरव मिश्रा, विनोद विश्वकर्मा व मनोज तिवारी के साथ गोपी को गिरफ्तार किया है। गोपी के पास से छात्रा का मोबाइल भी बरामद हुआ है। पुलिस आरोपी के खिलाफ अदालत में जल्द आरोप पत्र दाखिल कर उसके जघन्य अपराध के लिए उसे कड़ी से कड़ी सजा दिलाएगी।
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तीन साल से थे एक दूसरे एक संपर्क में
शिवपुर क्षेत्र की अष्टभुजा कॉलोनी का रहने वाला गोपी और छात्रा 3 साल से एक-दूसरे के संपर्क में थे। परिजनों की सख्ती के कारण छात्रा गोपी से बात करना बंद कर दी तो उसे शक हुआ कि वह किसी और से प्यार करने लगी है। इससे गुस्साया गोपी 2 सितंबर की दोपहर छात्रा के अखरी स्थित बीएनएस कॉलेज के सामने उससे मिला।
इसके बाद छात्रा को लेकर वह शूलटंकेश्वर होते हुए माधोपुर गया और झाड़ियों में उसकी गला दबाकर हत्या कर दी। इसकी पुष्टि छात्रा और गोपी के मोबाइल की कॉल डिटेल की पड़ताल और सर्विलांस की मदद से हुई है। वहीं, छात्रा के गायब होने के संबंध में मुकदमा न दर्ज करने पर लंका थाने के 4 पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया है।
2 सितंबर की सुबह कॉलेज को निकली थी छात्रा
लंका थाना अंतर्गत टिकरी स्थित अपने घर से छात्रा 2 सितंबर की सुबह 9 बजे निकली थी। इसके बाद वह वापस घर नहीं आई। इसे लेकर परिजन 2 और 3 सितंबर को रमना चौकी और लंका थाने गए, लेकिन छात्रा के गायब होने का मुकदमा नहीं दर्ज किया गया। परिजनों का कहना है कि अगर पुलिस उनकी शिकायत को गंभीरता से लेते हुए उनकी बेटी की तलाश शुरू कर देती तो शायद यह नौबत नहीं आती। रमना चौकी और लंका थाने से परिजनों को टरकाने वाले चार पुलिसकर्मी सस्पेंड कर दिए गए है। डीसीपी काशी जोन अमित कुमार ने रमना चौकी इंचार्ज अजय प्रताप सिंह, लंका थाने के एसएसआई राजेश गिरी और कांस्टेबल प्रिंस कुमार गौतम व दीपक कुमार को निलंबित कर दिया गया है। चारों के खिलाफ विभागीय जांच का आदेश दिया गया है।
कॉलेज से निकलने के बाद नहीं लगा पता
छात्रा 2 सितंबर की दोपहर 1:30 बजे के लगभग बीएनएस कॉलेज से बाहर निकली थी। उसका बाहर निकलना कॉलेज के सीसीटीवी कैमरे की फुटेज में कैद है। छात्रा का शव 37 घण्टे बाद माधोपुर गांव के झाड़ियों में मिला था। छात्रा के मुंह में कपड़ा ठुसे जाने की वजह से ग्रामीणों ने दुष्कर्म के बाद हत्या की आशंका जाहिर की है। छात्रा के शव के समीप ही उसका बैग, कॉपी-किताब और आधार कार्ड मिला था।
पुलिस के साथ क्राइम ब्रांच भी जांच में जुटी
पुलिस अधीक्षक (SP) ग्रामीण अमित वर्मा ने बताया कि वारदात की तफ्तीश के लिए रोहिनया थाने की पुलिस की 2 टीम और क्राइम ब्रांच को लगाया गया । सर्विलांस के माध्यम से पुलिस का शक प्रेमी पर गहराया और पुलिस ने पूछताछ शुरु की तो सब साफ हुआ। पुलिस को जांच में पता चला है कि गोपी इससे पहले भी वर्ष 2016 में एक मासूम के साथ अप्राकृतिक दुष्कर्म के आरोप में जेल जा चुका है।