एपेक्स हॉस्पिटल ने 27वें आर्थ्रोस्कोपी स्थापना दिवस पर आयोजित किया शैक्षिक सत्र, कई खिलाड़ियों सहित अब तक हुई 3150 आर्थ्रोस्कोपी सर्जरी... 

एपेक्स सुपर स्पैशलिटी हॉस्पिटल के आर्थ्रोस्कोपी विभाग ने अपने 27वें स्थापना दिवस के अवसर पर चिकिसकों संग केक काटते हुए फिजियोथेरेपी, नर्सिंग एवं पैरामेडिकल ओटी, एनेस्थेसिया क्रिटिकल केयर, इमरजेंसी व ट्रौमा टेकनीशियन डिप्लोमा के छात्रों के लिए स्पोर्ट्स एवं अन्य गतिशील कार्यों के दौरान लीगामेंट टूटने या क्षतिग्रस्त होने से जोड़ों के सॉफ्ट टिशू के एडवान्स प्रबंधन हेतु आर्थ्रोस्कोपी सर्जरी पर शैक्षिक सत्र का आयोजन किया गया.

एपेक्स हॉस्पिटल ने 27वें आर्थ्रोस्कोपी स्थापना दिवस पर आयोजित किया शैक्षिक सत्र, कई खिलाड़ियों सहित अब तक हुई 3150 आर्थ्रोस्कोपी सर्जरी... 

 वाराणसी। एपेक्स सुपर स्पैशलिटी हॉस्पिटल के आर्थ्रोस्कोपी विभाग ने अपने 27वें स्थापना दिवस के अवसर पर चिकिसकों संग केक काटते हुए फिजियोथेरेपी, नर्सिंग एवं पैरामेडिकल ओटी, एनेस्थेसिया क्रिटिकल केयर, इमरजेंसी व ट्रौमा टेकनीशियन डिप्लोमा के छात्रों के लिए स्पोर्ट्स एवं अन्य गतिशील कार्यों के दौरान लीगामेंट टूटने या क्षतिग्रस्त होने से जोड़ों के सॉफ्ट टिशू के एडवान्स प्रबंधन हेतु आर्थ्रोस्कोपी सर्जरी पर शैक्षिक सत्र का आयोजन किया गया. एपेक्स वरिष्ठ स्पाइन सर्जन एवं चेयरमैन डॉ एसके सिंह की अध्यक्षता में आयोजित शैक्षिक सत्र में स्पोर्ट्स इंजरी के उपरांत खेलों में पुनः वापसी के लिए आर्थ्रोस्कोपी की उपियोगिता से अवगत कराया.

मुख्य वक्ता एपेक्स के आर्थ्रोस्कोपी सर्जन डॉ स्वरूप पटेल एवं डॉ अमित झा द्वारा घुटने एवं जोड़ों के कार्टिलेज रिपेयर, कंधे का उतरना, कंधे का जकड़ना, मिनिस्कल इंजरी, पटेला डिसलोकेशन, एसीएल एवं पीसीएल टियर, कूल्हा, कुहनी, कलाई, एढ़ी आदि में क्षतिग्रस्त लीगामेंट के उपचार एवं प्रबंधन के लिए अपनाई जाने वाली आधुनिकतम आर्थ्रोस्कोपी सर्जरी के विषय में जानकारी दी. एमपीटी की प्रो डॉ कशिश सिंह द्वारा सर्जरी के फिज़िकल थेरेपी की भूमिका पर प्रकाश डाला गया. शैक्षिक सत्र का संचालन करते हुए एपेक्स के पीआर हेड संजीव शर्मा ने बताया कि गत 26 वर्षों में एपेक्स एडवांस्ड थोरेकोस्कोपिक, एंडोस्कोपिक प्रक्रियाओं को अपनाते हुए 4के एचडी सिस्टम की स्थापना के साथ पूर्वाञ्चल का सबसे उत्कृष्ट आर्थ्रोस्कोपिक सेंटर बन गया है और अब तक यहाँ 3150 आर्थ्रोस्कोपी सर्जरी करते हुए अनेकों अंतर्राष्ट्रीय एवं राष्ट्रीय स्पर्धा के खिलाड़ियों का सफल इलाज हो चुका है.