BHU-IIT के गुमशुदा असिस्टेंट प्रोफेसर को ACP भेलूपुर प्रवीण सिंह के नेतृत्व की पुलिस टीम ने खोज निकाला, जाने 24 घंटे के भीतर ही कैसे मिली सफलता...
गुमशुदा असिस्टेंट प्रोफेसर को एसीपी भेलूपुर प्रवीण सिंह के नेतृत्व वाली पुलिस टीम ने चौबीस घंटे में खोज निकाला. पुलिस ने असिस्टेंट प्रोफेसर को खोजने के लिए कमांड सेंटर के अलावा सैकड़ों सीसीटीवी फुटेज को खंगाला है.
वाराणसी, भदैनी मिरर। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (BHU) के आईआईटी विभाग के गुमशुदा असिस्टेंट प्रोफेसर को एसीपी भेलूपुर प्रवीण सिंह के नेतृत्व वाली पुलिस टीम ने चौबीस घंटे में खोज निकाला. पुलिस ने असिस्टेंट प्रोफेसर को खोजने के लिए कमांड सेंटर के अलावा सैकड़ों सीसीटीवी फुटेज को खंगाला है. असिस्टेंट प्रोफेसर के गुमशुदा होने की घटना को कमिश्नरेट वाराणसी के उच्चाधिकारियों के अलावा स्वयं एसीपी भेलूपुर ने गंभीरता से लिया था.
सनद रहे, कुछ दिन पूर्व ही साड़ी कारोबारी को हनी ट्रैप में फंसाकर एक महिला सहित दो लोगों ने मौत के घाट उतारा था.
डीसीपी ने दी शाबाशी
पुलिस उपायुक्त (DCP) काशी जोन आर. एस. गौतम ने बताया की लंका थाने को 30 जनवरी की रात में सूचना मिली की बीएचयू आईआईटी के कम्प्यूटर साइंस के असिस्टेंट प्रोफेसर लक्ष्मनन कैलासन अपने न्यू आईआईटी फैकल्टी अपार्टमेंट से सुबह 9 बजे क्लास लेने की बात कहकर घर से निकले है जो रात तक घर वापस नही आए. परिजनों द्वारा दी गई इस सूचना पर तत्काल गुमशुदगी दर्ज करते हुए सहायक पुलिस आयुक्त (ACP) भेलूपुर प्रवीण कुमार सिंह के नेतृत्व में टीम गठित की गई. पुलिस को असिस्टेंट प्रोफेसर की माँ ने बताया कि वर्ष 2017 से बेटे का बेटा (तीन वर्ष) व पत्नी चेन्नई में रह रहे हैं. पत्नी का आना जाना नहीं है. बेटे का इलाज चल रहा है.
डीसीपी ने बताया की सोशल मीडिया प्लेटफार्म के अलावा अन्य सार्वजनिक स्थानों पर सूचना प्रसारित किया गया. गठित पुलिस टीम ने शहर के सैकड़ों सीसीटीवी कैमरों और सर्विलांस टीम ने असिस्टेंट प्रोफेसर लक्ष्मनन कैलासन को चौबीस घंटे के भीतर 31 जनवरी को रामेश्वर मन्दिर बड़ागाँव के पास से सकुशल बरामद कर परिजनों को सुपुर्द किया गया.
डीसीपी ने बताया की असिस्टेंट प्रोफेसर लक्ष्मनन कैलासन धार्मिक है. उनकी दवा भी चल रही है, चिकित्सक परामर्श की सलाह दी गई है.