नीलगिरी इंफ्रासिटी पर कसा पुलिस ने शिकंजा: CMD-MD और मैनेजर को पुलिस ने भेजा जेल, निवेश के नाम पर 10 करोड़ ठगे, CP बोले जांच परखकर करें निवेश

नीलगिरी इंफ्रासिटी पर कसा पुलिस ने शिकंजा: CMD-MD और मैनेजर को पुलिस ने भेजा जेल, निवेश के नाम पर 10 करोड़ ठगे, CP बोले जांच परखकर करें निवेश

वाराणसी, भदैनी मिरर। आखिरकार बुरे काम का बुरा नतीजा सामने आ ही गया। वाराणसी और चंदौली में लुभावने ऑफर देकर प्लॉट, गोल्ड में निवेश और टूर पैकेज के नाम पर लोगों के ठगने वाली नीलगिरी के  सीएमडी विकास सिंह , उनकी पत्नी एमडी ऋतु सिंह और मैनेजर प्रदीप यादव को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। सोमवार को पुलिस ने मलदहिया क्षेत्र की इंडियन प्रेस कॉलोनी स्थित नीलगिरी इंफ्रॉसिटी के मालिकों पर सोमवार को एक साथ धोखाधड़ी के 15 एफआईआर दर्ज किए। प्रकरण में 5 नामजद अफसा, संजय प्रजापति, अमित जायसवाल, पीयूष बरनवाल और अर्चना एकाउंटेंट के अलावा कंपनी से जुड़े अन्य लोगों की तलाश की जा रही है। कंपनी और इसके कर्ताधर्ताओं के खिलाफ वाराणसी और चंदौली के अलग-अलग थानों में धोखाधड़ी के आरोप में 30 से ज्यादा मुकदमे दर्ज हैं।

निवेश के नाम पर कई राज्यों के लोगों को बरगलाया था

विकास सिंह और ऋतु सिंह तुलसीपुर महमूरगंज क्षेत्र के सुकून विला नंबर-11 सौभाग्य लक्ष्मी, विला रेजिडेंसियल सोसाइटी में रहते हैं। आरोप है कि नीलिगरी इंफ्रॉसिटी कंपनी वाराणसी और चंदौली में मार्केट रेट से काफी कम कीमत में प्लॉट देने का दावा करती थी। इसके अलावा गोल्ड में निवेश कराकर अच्छे मुनाफे और देश के पर्यटन स्थालों के लिए टूर पैकेज भी देती थी।
लुभावने ऑफर के झांसे में आकर यूपी के पूर्वांचल से लगे बिहार, झारखंड, गुजरात और मध्य प्रदेश के सैकड़ों लोगों ने करोड़ों रुपए कंपनी में निवेश किए थे। जो भी पैसा निवेश करता था, उससे कंपनी के सीएमडी, एमडी और निदेशक शुरुआत में बेहद अच्छे से पेश आते थे और फिर बाद में संपर्क ही खत्म कर देते थे। इसे लेकर कंपनी के इंडियन प्रेस कॉलोनी स्थित कार्यालय में कई बार मारपीट और हंगामा हो चुका था। निवेशकों ने कंपनी के कर्ताधर्ताओं पर कई बार कार्यालय बुलाकर मारपीट का आरोप भी लगाया था।

कर्मचारी नहीं बताते थे मालिकों का नम्बर 

नीलगिरी इंफ्रासिटी के ऊपर जब मुकदमें दर्ज होने लगे तो पुलिस नीलगिरी इंफ्रासिटी कंपनी पहुंचने लगी। लगातार दबाब होने के बाबजूद भी कर्मचारी सीएमडी और एमडी का संपर्क सूत्र पुलिस तक को नहीं बताते थे। इसको लेकर कंपनी के कर्मचारियों को कई बार पुलिस ने फटकार भी लगाई थी और कार्रवाई की चेतावनी दी थी। लगातार मुकदमें दर्ज होने से हाल के दिनों में विकास सिंह और उसकी पत्नी ऋतु दफ्तर आना कम कर दिए थे। 

जांच-परख कर करें निवेश

उधर, पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश ने कहा कि आमजन से अपील है कि कहीं भी अपना पैसा निवेश करते समय अच्छी तरह से देख-समझ लें। लुभावने ऑफर के चक्कर में आकर अपनी जीवन भर की कमाई को दांव पर न लगाएं। चेतगंज थाने की पुलिस नीलगिरी इंफ्रॉसिटी कंपनी के मालिकों और धोखाधड़ी में संलिप्त अन्य लोगों के खिलाफ जल्द ही अदालत में आरोप पत्र दाखिल करेगी। पुलिस अदालत में प्रभावी पैरवी कर आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाएगी।