मुठभेड़ में गिरफ्तार हुआ हिस्ट्रीशीटर: डी 22 गैंग का लीडर विनोद घायल, CP बोले अपराधियों का घर जेल
वाराणसी, भदैनी मिरर। पाप का सर्वनाश करने भगवान कृष्ण के जन्मोत्सव की भक्ति में जब काशी आकंठ डूब गई थी, तब पुलिस की बंदूक मड़ुवाडीह थाने का गैंगेस्टर, गैंग-डी 22 का लीडर विनोद भारती पर गरजी और घायल कर दी। मुठभेड़ का नेतृत्व खुद पुलिस कमिश्नर (CP) ए. सतीश गणेश ने की। लंका, भेलूपुर, मंडुवाडीह, जंसा, चौक समेत आधा दर्जन के ज्यादा थानों में विनोद भारती के खिलाफ मुकदमा दर्ज है।
चेकिंग के दौरान हुआ शक
क्राइम ब्रांच और पुलिस को सूचना थी कि त्यौहार के दिन भीड़भाड़ वाले जगहों पर चेन स्नैचिंग और लूट की घटना को अंजमा देने वाले बदमाश सक्रिय है। इस सूचना के आधार पर क्राइम ब्रांच प्रभारी/इंस्पेक्टर रामनगर अश्वनी पांडेय और इंस्पेक्टर सिगरा अनूप कुमार शुक्ला रथयात्रा चौराहे पर मौजूद थे। इसी बीच सिगरा की ओर से आ रहे सफेद रंग की अपाचे बाइक पर सवार 2 लोगों को पुलिस ने रुकने का इशारा किया तो वह तेजी से कमच्छा की ओर बढ़े। क्राइम ब्रांच प्रभारी और इंस्पेक्टर सिगरा ने इंस्पेक्टर भेलूपुर रमाकांत दुबे को घेरेबंदी करने के लिए कहते हुए अपाचे सवार दोनों लोगों का पीछा किया। भेलूपुर इंस्पेक्टर रमाकांत दुबे और चौकी प्रभारी अस्सी दीपक कुमार रानावत ने जब जलकल संस्थान के सामने से घेर लिया तो अपाचे बाइक सवार बदमाशों में एक ने फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में बदमाश विनोद भारती के बाएं पैर में गोली लगी। उसके पास से 1 तमंचा और 3 कारतूस बरामद हुआ है। पुलिस विनोद को लेकर कबीरचौरा गई, जहाँ से उसे बीएचयू ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया गया। विनोद का इलाज बीएचयू ट्रामा सेंटर में कराया जा रहा है।
'अपराधियों को पुलिस कमिश्नरेट काफी बारीकी से मॉनिटर कर रही है, पुलिस से भागे बदमाशों की सूची बनाई गई है, अपराधियों का घर जेल है। हम जनता को अपराधमुक्त वातावरण देने के लिए कटिबद्ध है।' - ए. सतीश गणेश, पुलिस कमिश्नर वाराणसी
2004 में दर्ज है पहला मुकदमा
अस्पताल में मौजूद पुलिस अधिकारी
अस्पताल के स्ट्रेचर पर पड़ा गैंग-डी का लीडर विनोद भारती
विनोद भारती के ऊपर पहला मुकदमा वर्ष 2004 में मंडुवाडीह थाने में दर्ज किया गया है। इसके बाद उसके ऊपर लूट, हत्या के प्रयास और छिनैती के कुल 48 मुकदमें मड़ुवाडीह, लंका, भेलूपुर, चौक, चेतगंज, लक्सा, जंसा और सारनाथ थानों में दर्ज है। जिसमें आर्म्स एक्ट, गुंडा एक्ट और गैंगेस्टर के मुकदमें भी शामिल है। एसीपी भेलूपुर प्रवीण कुमार, क्राइम ब्रांच प्रभारी/रामनगर थाना प्रभारी अश्वनी पांडेय, इंस्पेक्टर भेलूपुर रमाकांत दुबे और इंस्पेक्टर सिगरा अनूप शुक्ला की टीम मौके से भागे हुए बदमाश शेरु की तलाश में पीछे लगी हुई है। पुलिस के अनुसार शेरू भी एक कुख्यात बदमाश है।
(विनोद भारती का पुलिस रिकार्ड में आपराधिक इतिहास)
भागे बदमाश की तलाश जारी
गोली से घायल बदमाश को देखने बीएचयू ट्रामा सेंटर पहुंचे एडीसीपी काशी जोन विनय कुमार सिंह ने बताया कि बदमाश से पूछताछ की जा रही है, भागे बदमाश के बारे में जानकारी इक्कठा कर उसके विरुद्ध भी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि इंटेलिजेंस की सूचना थी कि बदमाशों की मूवमेंट हो सकती है, जिसके बाद यह कार्रवाई की गई।