हरि के जन्मोत्सव की धूम: नंदलाल की हो रही जयजयकार, कृष्ण भक्ति में आकंठ डूबा इस्कॉन मंदिर, 'हर दे रहे हरि रूप में दर्शन', देखें वीडियो...

वाराणसी, भदैनी मिरर। मथुरा की तरह काशी में भी कृष्ण जन्मोत्सव की धूम है। चहुओर कृष्ण भक्ति की बयार बह रही है। जगह-जगह कृष्णभक्ति में लोग झूम रहे है। घरों से लेकर मंदिर और मठों में भगवान लड्डूगोपाल की झांकी सजाई गई है। रासबिहारी भगवान को भक्त अपने-अपने मन मुताबिक सजा रहे है, कोई माखन-मिश्री का भोग लगा रहा तो कोई दही-दूध अर्पण कर रहा। भगवान को विभिन्न फूलों से सजाया गया है। विधिवत पूजन-अर्चन कर श्रृंगार किया गया है, जगह-जगह भजनों की रसधार बह रही है।

हरि रुप में सजे काशी विश्वनाथ (हर)

श्री काशी विश्वनाथ (हर) के चल प्रतिमा को कृष्ण स्वरुप दिया गया

झूले में झूल रहे हरि

सांस्कृतिक कार्यक्रम के लिए मौजूद कलाकार और मंदिर परिवार के सदस्य

कृष्णजन्माष्टमी के अवसर पर  काशी विश्वनाथ मंदिर के महंत डॉ. कुलपति तिवारी के आवास पर प्रभु की भव्य झांकी सजाई गई है। जिसने बाबा विश्वनाथ की चल प्रतिमा को श्रीहरि का श्रीकृष्ण स्वरूप दिया गया है। डा. तिवारी ने बताया कि महंत परिवार की परंपरा अनुसार हर-हरी श्रृंगार कर झुलनोत्सव किया गया। भगवान श्रीकृष्ण स्वरूप की झूले पर झांकी सजाई। श्रावण पूर्णिमा पर काशी विश्वनाथ मंदिर में बाबा विश्वनाथ के झूलनोत्सव की लोक परंपरा के निर्वाह के बाद भाद्रपद के कृष्ण पक्ष की अष्टमी पर महंत आवास मे विशेष श्रृंगार व पुजन किया गया। महंत परिवार के सदस्यों ने बाबा को सिंहासन पर विराजमान कराया। महंत डा. कुलपति तिवारी ने हर (बाबा) बने हरी की आरती उतारी। जिसके बाद भक्ति संगीत का कार्यक्रम चल रहा। इस कार्यक्रम में आराधना सिंह और स्नेहा अवस्थी भगवान श्रीकृष्ण के भजनों की रसधार बहाई। 

इस्कॉन मंदिर में भक्ति की बयार

दुर्गाकुंड स्थित इस्कॉन मंदिर में भक्ति की बयार बह रही है। सोमवार सुबह से ही शहर के अलावा बाहर से भी कृष्ण भक्तों के पहुंचने का सिलसिला शुरु हो गया था। मंदिर को विभिन्न पुष्पों सहित रंग-बिरंगी झालरों से सजाया गया है। एक तरह पूजा-पाठ तो दूसरी तरह भक्तों द्वारा संकीर्तन पर नृत्य हो रहा है।  हरि बोल जपते हुए दूर-दराज से आए भक्तजन नृत्य-गायन कर रहे हैं। भजन के बाद राधा-गोपाल के झांकी की आरती भी उतारी गई। यहां दो दिनों तक कृष्ण जन्मोत्सव पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित होंगे।

विशेष नक्षत्र में हो रहा कृष्ण जन्मोत्सव

सनातन गौरिया मठ सोनारपुरा में भी भगवान की भव्य झांकी सजाई गई है। मन्दिर के गोपीनाथ दास ने बताया कि भगवान का पीताम्बर में भव्य श्रृंगार किया गया है। लड्डूगोपाल को पालने में झुलाया जा रहा है। कोरोना संक्रमण को देखते हुए इस बार श्रद्धालुओं की संख्या कम है, लेकिन मठ की ओर से पूरी तैयारी की गई है। बता दें कि इस बार ग्रहों का अदभुत संयोग से शैव और वैष्णव एक साथ जन्माष्टमी मना रहे है।