Sambhal Violence: जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान तनाव और बवाल में 3 की मौत, इंटरनेट और स्कूल बंद, जानें अब तक क्या - क्या हुआ
संभल की जामा मस्जिद में अदालत के आदेश पर जारी सर्वे के दौरान रविवार को हिंसा भड़क उठी। सर्वे का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों ने पुलिस से भिड़ गए, जिससे स्थिति तनावपूर्ण हो गई।
संभल की जामा मस्जिद में अदालत के आदेश पर जारी सर्वे के दौरान रविवार को हिंसा भड़क उठी। सर्वे का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों ने पुलिस से भिड़ गए, जिससे स्थिति तनावपूर्ण हो गई। प्रदर्शनकारियों ने पुलिसकर्मियों पर पथराव किया, आगजनी की घटनाएं कीं और इस हिंसा में तीन लोगों की मौत हो गई। उपजिलाधिकारी और पुलिस क्षेत्राधिकारी समेत 20 से अधिक लोग घायल हो गए। स्थिति संभालने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले दागने और हल्के बल प्रयोग का सहारा लेना पड़ा।
इंटरनेट और स्कूल बंद
हिंसा की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने संभल तहसील में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दीं और 12वीं तक के सभी स्कूलों को सोमवार तक बंद रखने का आदेश दिया। पुलिस का दावा है कि स्थिति अब नियंत्रण में है, लेकिन एहतियात के तौर पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है।
हिंसा में उग्र भीड़ ने की आगजनी
हिंसा के दौरान भीड़ ने पत्थरबाजी से लेकर पुलिस की गाड़ियों को जलाने तक, अराजकता की सारी हदें पार कर दीं। पुलिस की कोशिशें शांति बहाल करने में लगी रहीं, लेकिन प्रदर्शनकारियों के आक्रामक रवैये ने स्थिति को और चुनौतीपूर्ण बना दिया।
सर्वे के दौरान कैसे शुरू हुई हिंसा?
मस्जिद के सर्वे का काम शुक्रवार, 19 नवंबर से शुरू हुआ था। सर्वेक्षण टीम रविवार को जब काम कर रही थी, तभी अचानक कुछ लोग जमा हो गए और पथराव शुरू कर दिया। अधिकतर हमलावर 20-25 वर्ष के युवा थे, जो बेरहमी से पुलिस पर पत्थर बरसा रहे थे।
तीन युवकों की मौत, विरोधाभासी बयान
मुरादाबाद मंडल के आयुक्त आंजनेय कुमार सिंह ने बताया कि इस हिंसा में 20-25 वर्ष के तीन युवकों—नईम, बिलाल, और नोमान—की मौत हुई है। मृतकों के परिजनों ने आरोप लगाया कि उनकी मौत पुलिस की गोली से हुई, जबकि पुलिस का कहना है कि उपद्रवियों की फायरिंग से ये घटनाएं हुईं।
आरोपियों पर लगेगा रासुका
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना पर कड़ा रुख अपनाते हुए पत्थरबाजों और उपद्रवियों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) लगाने का आदेश दिया है। पुलिस ने हिंसा में शामिल 21 लोगों को हिरासत में लिया है और उनके घरों से हथियार बरामद किए गए हैं। कॉल डिटेल और अन्य रिकॉर्ड्स की जांच जारी है।
एसपी ने युवाओं से की अपील
हिंसा के दौरान सोशल मीडिया पर एसपी संभल का एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे नेताओं के बहकावे में न आएं और अपने भविष्य को बर्बाद न करें।
राजनीतिक बयानबाजी और आरोप
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस घटना को भाजपा और प्रशासन की साजिश करार दिया। उनका आरोप है कि यह सब उपचुनावों से ध्यान भटकाने के लिए किया गया। दूसरी ओर, जमीयत उलमा-ए-हिन्द ने बयान जारी कर सर्वे को मुस्लिम पक्ष को भरोसे में लिए बिना जल्दबाजी में किया गया कदम बताया।
हरिहर मंदिर का दावा और सर्वेक्षण
हिंदू पक्ष ने अदालत में याचिका दायर कर दावा किया है कि जामा मस्जिद दरअसल हरिहर मंदिर है। इस याचिका पर सुनवाई करते हुए अदालत ने सर्वे का आदेश दिया था। मस्जिद कमेटी ने भी सर्वे के लिए सहमति दी थी। हालांकि, रविवार को हुए सर्वे के दौरान हिंसा भड़क उठी।