Sambhal Jama Masjid: संभल में अराजक तत्वों ने की पत्थरबाजी, पुलिस ने 10 को लिया हिरासत में, 3 की मौत
संभल की जामा मस्जिद में रविवार को अदालत के आदेश पर सर्वेक्षण का कार्य दूसरी बार शुरू हुआ, लेकिन इस दौरान अराजक तत्वों ने पथराव कर दिया। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे और हल्का बल प्रयोग किया।
Sambhal Jama Masjid Voilence : संभल की जामा मस्जिद में रविवार को अदालत के आदेश पर सर्वेक्षण का कार्य दूसरी बार शुरू हुआ, लेकिन इस दौरान अराजक तत्वों ने पथराव कर दिया। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे और हल्का बल प्रयोग किया। इस घटना में कई पुलिसकर्मी घायल हो गए, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। अधिकारियों के मुताबिक, पथराव और हिंसा में शामिल 10 लोगों को हिरासत में लिया गया है और मामले की जांच शुरू कर दी गई है।
स्थानीय प्रशासन के अनुसार, जामा मस्जिद का सर्वेक्षण एक स्थानीय अदालत के आदेश पर किया जा रहा था, जिसमें दावा किया गया था कि मस्जिद के स्थान पर पहले हरिहर मंदिर था। 29 नवंबर तक सर्वेक्षण की रिपोर्ट अदालत में पेश की जाएगी। सर्वेक्षण कार्य सुबह सात बजे शुरू हुआ था और जैसे ही भीड़ बढ़ने लगी, कुछ उपद्रवी तत्वों ने पुलिस पर पथराव किया।
पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार विश्नोई ने कहा कि ड्रोन और सीसीटीवी के माध्यम से आरोपियों की पहचान की जाएगी और उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा। जिला मजिस्ट्रेट राजेंद्र पेसिया ने भी उपद्रवियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी है।
इस घटना पर राज्य के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) प्रशांत कुमार ने कहा कि संभल में स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है और प्रशासन लगातार हालात पर नजर बनाए हुए है।
यह विवाद उस याचिका से जुड़ा है, जिसमें जामा मस्जिद के स्थान पर पहले हरिहर मंदिर होने का दावा किया गया था। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन ने भी जानकारी दी कि अदालत ने सर्वेक्षण के लिए 'एडवोकेट कमिश्नर' नियुक्त किया है और रिपोर्ट 29 नवंबर तक अदालत में पेश की जाएगी।
इस विवाद में विष्णु शंकर जैन और उनके पिता हरि शंकर जैन ने कई अन्य पूजा स्थल विवादों में भी हिंदू पक्ष का प्रतिनिधित्व किया है।