Sambhal Jama Masjid : हिंसा को लेकर अखिलेश यादव ने एक बार फिर सरकार को घेरा, कहा- चुनावी धांधली के मुद्दे...
संभल हिंसा को लेकर एक बार फिर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सरकार पर निशाना साधा है।
संभल हिंसा को लेकर एक बार फिर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने इस घटना को सोची-समझी साजिश बताते हुए कहा कि पुलिस की गोलीबारी में लोगों की मौत हुई। अखिलेश ने इसे चुनावी गड़बड़ी से ध्यान भटकाने की चाल बताया।
अखिलेश यादव ने कहा कि संभल में जानबूझकर दंगा भड़काया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि यह सब चुनावी धांधली के मुद्दे से लोगों का ध्यान हटाने के लिए किया गया है। अखिलेश के अनुसार, "जब पहली बार सर्वे हुआ, तब पूरी तरह से सहयोग किया गया। लेकिन इसके बाद साबरमती फिल्म देखकर शायद उन्हें लगा कि कुछ बड़ा करना होगा, इसलिए ये सब करवाया गया। पुलिस ने नमाज रोकने के लिए बैरिकेडिंग की और 23 तारीख की रात को बताया कि अगली सुबह फिर से सर्वे होगा। शाही जामा मस्जिद कमेटी ने इसे अनावश्यक बताया क्योंकि सर्वे पहले ही हो चुका था।"
"भाजपा की बात मानोगे तो मुश्किल में पड़ोगे"
अखिलेश यादव ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा, "अगर आप भाजपा की बात मानोगे तो मुसीबत में फंसोगे। हर बार मुसलमानों को अपमानित किया जाता है। चुनाव आयोग केवल दिखावे के लिए कार्रवाई करता है। पहले अन्याय होता है, और जब आप इसके खिलाफ आवाज उठाते हैं, तो आपके खिलाफ कदम उठाए जाते हैं।"
"एफआईआर राजनीति से प्रेरित है"
अखिलेश ने यह भी कहा कि उनके सांसद जियाउर्रहमान बर्क संभल में मौजूद नहीं थे, फिर भी उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई। उन्होंने सवाल उठाया, "क्या आपने कभी ऐसा देखा है कि किसी व्यक्ति की गैरमौजूदगी में उसके खिलाफ मामला दर्ज हो? एक पुलिस अधिकारी ने लोगों को राजनेताओं से समर्थन न लेने के लिए कहा। वह किसकी भाषा बोल रहा था?"
"गोली चलाने वालों पर हत्या का मामला दर्ज हो"
समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता राम गोपाल यादव ने भी इस घटना पर कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, "संभल में पथराव और गोलीबारी की घटना बेहद दुखद है। हमारी मांग है कि गोली चलाने वाले पुलिसकर्मियों पर हत्या का मुकदमा दर्ज हो। इस घटना के लिए जिलाधिकारी और एसपी जिम्मेदार हैं।"