विसरा रिपोर्ट के सवाल पर मुख्तार के भाई ने सरकार को घेरा, बोले- जब सरकार ही इन्वॉल्व है तो...
बांदा जेल में बंद गैंगस्टर से नेता बने मुख्तार अंसारी की मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान हुए मौत मामले में विसरा रिपोर्ट में भी हार्ट अटैक से मौत की बात सामने आने पर उसके सांसद भाई अफजाल अंसारी ने सरकार पर आरोप लगाया है.
वाराणसी,भदैनी मिरर। बांदा जेल में बंद गैंगस्टर से नेता बने मुख्तार अंसारी की मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान हुए मौत मामले में विसरा रिपोर्ट में भी हार्ट अटैक से मौत की बात सामने आने पर उसके सांसद भाई अफजाल अंसारी ने सरकार पर आरोप लगाया है. वह एक बार फिर रिपोर्ट और जांच पर सवाल खड़ा करते हुए कई सवाल खड़े किए गए. मुख्तार की मौत के बाद से ही परिजन उसे जहर देने की बात कह रहे थे, जिसके बाद प्रशासन ने मुख्तार के पोस्टमार्टम के बाद विसरा को जांच के लिए भेजा था.
अफजाल ने विसरा रिपोर्ट में हार्ट अटैक की बात सामने आने के प्रश्न पर सवाल खड़े करते हुए कहा है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट किसने बनाई? पोस्टमार्टम किसने किया? विसरा किसने भेजा? घटना की एफआईआर किसने लिखवाई? घटना की जांच कौन कर रहा है? जब सरकार खुद ही इन्वॉल्व है तो सरकार की इन एजेंसियों पर क्या भरोसा ?
अफजाल ने कहा कि मुख्तार के मौत से दो दिन पहले 26 मार्च को जब मैं उनसे मिलने जेल गया तो जेल में इलाज कर रहा डॉक्टर थर-थर कांप रहा था. मुख्तार की खैरियत पूछने के लिए जब मैंने डॉक्टर का फोन नंबर मांगा तो वह नहीं दिया उसने कहा मुझे नम्बर देने के लिए प्रतिबंधित किया गया है. अफजाल ने कहा कि मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल से मैंने मिलने की कोशिश की आधा-पौन घंटा रुका रहा लेकिन नहीं मिलने दिया गया.
अफजाल ने कहा कि ज्यूडिशियल कस्टडी में जो भी मौत होती है चाहे वह बांदा में मुख्तार की हो या फिर कही भी किसी भी तरह की हुई हो, उसकी मजिस्ट्रेटियल जांच होती है. अफजाल ने कहा कि देखिए विसरा में नाखून की जांच नहीं होती है? जहर की जांच के लिए नाखून और बाल से यह साबित हो जाता है कि ये व्यक्ति जहर से मरा है की कोई और कारण रहा है? अफजाल ने कहा कि जांच के लिए जो विसरा वालों को चाहिए था वह नमूना ही नहीं भेजा गया है, विसरा जांच के लिए जहां नमूना भेजा गया वहां पदासीन अधिकारी को हटाकर दूसरा अधिकारी बैठाया गया. अपने गुनाह पर पर्दा डालना है, लीपापोती करना है.
अफजाल ने कहा कि कहा गए छाती फुलाने वाले जो कहते थे मिट्टी में मिला देंगे, और मिट्टी भी नसीब नही होगी. इसी वर्ष 2024 में उनकी परीक्षा की घड़ी है, उनकी परीक्षा होगी.