जौनपुर में धारदार हथियार से हमला कर मर्डर, मुख्य आरोपी पुलिस हिरासत में...

1. जौनपुर में पुरानी रंजिश में घात लगाए बदमाशों ने संजय सिंह नामक एक व्यक्ति की हत्या कर दी है. 2. पीएम मोदी के समर्थन में यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने अपने एक्स हैंडल का बायो बदल दिया है. 3. आरओ एआरओ प्रारंभिक परीक्षा का पेपर लीक मामले में अब एक्शन शुरु हो गया है.

जौनपुर में धारदार हथियार से हमला कर मर्डर, मुख्य आरोपी पुलिस हिरासत में...

लखनऊ,भदैनी मिरर। जौनपुर में सोमवार की शाम हत्या का सनसनीखेज मामला सामने आया है. मड़ियाहूं थाना क्षेत्र के ऊंचनीकला गांव के घात लगाए बदमाशों ने धारदार हथियार से हमला कर मुन्ना सिंह की हत्या कर दी. सूचना मिलते ही पुलिस महकमें में हड़कंप मच गया है.

बताया जा रहा है कि मुन्ना अपने साथी के साथ सोमवार शाम बाजार से वापस जा रहे थे. घर से लगभग 1 किलोमीटर पहले जौनपुर-मिर्जापुर हाईवे पर मोड़ के पास बदमाश घात लगाए बैठे थे. जैसे ही मुन्ना अपने साथी रविंद्र मास्टर के साथ मोड़ पर पहुंचे बदमाशों ने धारदार हथियार से वारकर हत्या कर दी. हत्या कर बदमाश मौके से फरार हो गए. सूचना मिलते ही परिजन मौके पर भागे. मौके पर पहुंचे परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है.

एसपी जौनपुर ने बताया कि घटना की जानकारी होने पर पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची. साक्ष्य संकलन कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया गया है. परिजनों से तहरीर प्राप्त करके मुख्य अभियुक्त सहित उसके कुछ साथियों को हिरासत में लिया गया है. अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीम गठित कर दी गई है. 

सीएम योगी ने एक्स पर बदला अपना बायो, जोड़ा- मोदी का परिवार

लखनऊ, भदैनी मिरर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के समर्थन में अपने एक्स (पहले ट्विटर) के बायो को बदलते हुए उसमें अपने नाम के आगे 'मोदी का परिवार' लिख दिया है. पीएम मोदी ने तेलंगाना में एक जनसभा के दौरान इंडी गठबंधन को निशाने पर लेते हुए पूरे देश को अपना परिवार बताया है. इसके बाद पीएम के समर्थन में देशभर के शीर्षस्तर के बीजेपी नेताओं ने अपने नाम के आगे 'मोदी का परिवार' लिख दिया है.

इसी क्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी अपने एक्स हैंडल पर अपने नाम के आगे 'मोदी का परिवार' लिखा है. प्रधानमंत्री मोदी ने बिहार के नेता लालू प्रसाद यादव के बयान पर पलटवार करते हुए पूरे देश को अपना परिवार बताया है. इसके बाद भाजपा नेताओं ने भी पीएम के समर्थन में अपने एक्स हैंडल के बायो में 'मोदी का परिवार' जोड़ लिया है. इससे पहले 2019 में प्रधानमंत्री के 'चौकीदार' वाले नारे के बाद देशभर के बीजेपी नेताओं यहां तक कि आम जनता ने भी अपने नाम के आगे 'मैं भी चौकीदार' जोड़ लिया था.

RO-ARO पेपर लीक मामले में हटाए गए परीक्षा नियंत्रक, दर्ज हुई एफआईआर...

लखनऊ, भदैनी मिरर। आरओ एआरओ प्रारंभिक परीक्षा का पेपर लीक मामले में अब एक्शन शुरु हो गया है. यूपीपीएससी के परीक्षा नियंत्रक अजय कुमार तिवारी को हटाने के बाद यूपी लोकसभा आयोग के सचिव ने पेपर लीक प्रकरण में अज्ञात के खिलाफ सिविल लाइन थाने में एफआईआर दर्ज करवाई है. क्राइम ब्रांच की मदद से सिविल लाइन पुलिस तफ्तीश शुरू कर दी है. उधर सीएम योगी के निर्देश पर मामले की जांच UP-STF भी कर रही है.

सचिव ने एफआईआर में बताया है कि 11 फरवरी, 2024 को दो पालियों में समीक्षा अधिकारी सहायक समीक्षा अधिकारी आदि (प्रारम्भिक) परीक्षा-2023 कराई गई। इसके बाद पेपर लीक प्रकरण सामने आया। उपर्युक्त विषयक परीक्षा से सम्बन्धित प्रथम प्रश्नपत्र (सामान्य अध्ययन) के 103 इंगित प्रश्न और उसके उत्तर जिस पर कोई सीरीज अंकित नहीं है, लेकिन बी सीरीज के प्रश्नपत्र से मेल खाते हैं और द्वितीय प्रश्नपत्र (सामान्य हिन्दी) के 25 इंगित प्रश्न व उसके उत्तर जिस पर कोई सीरीज अंकित नहीं है, परन्तु सी सीरीज के प्रश्नपत्र से मेल खाते हैं।

11 फरवरी 2024 को परीक्षा से पूर्व सार्वजनिक होने की सूचना सोशल मीडिया के जरिए संज्ञान में आई. इस सम्बन्ध में आयोग के ईमेल पर अब तक मिले सबूतों से प्रथम दृष्टया यह लग रहा है कि द्वितीय प्रश्नपत्र के इंगित प्रश्न और उसके सामने लिखे उत्तर 11 फरवरी 2024 को परीक्षा प्रारम्भ होने के नियत समय 2:30 बजे से पहले सार्वजनिक होने के तथ्य स्पष्ट हैं. इसके अलावा प्रथम प्रश्नपत्र के इंगित प्रश्न और उसके उत्तर समय से पहले सार्वजनिक होने के प्रत्यावेदन और साक्ष्य प्राप्त हुये हैं, जिसका तकनीकी सत्यापन और सम्पूर्ण प्रकरण की गहन विवेचना तथा उसमें संलिप्त दोषियों को चिन्हित कर कार्रवाई किया जाना आवश्यक है.

सीएम योगी आदित्यनाथ ने पेपर निरस्त कर कड़ा संदेश दिया था कि छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ नहीं किया जा सकता. उन्होंने साफ कहा था कि दोषी न घर के रहेंगे और न ही घाट के. उधर विपक्ष लगातार सरकार पर हमलावर था.