बड़ागांव पुलिस ने 60 लाख के हेरोइन संग तीन तस्कर पकड़े, वाराणसी में करना था सप्लाई, गैंग का है बिहार कनेक्शन...

मादक पदार्थों के खिलाफ वाराणसी कमिश्नरेट का हंटर लगातार चल रहा है. अभियान के तहत बड़ागांव पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल की है.

बड़ागांव पुलिस ने 60 लाख के हेरोइन संग तीन तस्कर पकड़े, वाराणसी में करना था सप्लाई, गैंग का है बिहार कनेक्शन...

वाराणसी, भदैनी मिरर। मादक पदार्थों के खिलाफ वाराणसी कमिश्नरेट का हंटर लगातार चल रहा है. अभियान के तहत बड़ागांव पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल की है. बड़ागांव पुलिस ने वाराणसी में हीरोइन की सप्लाई देने के लिए खड़े तीन तस्करों को अरेस्ट किया है. इसका खुलासा डीसीपी गोमती जोन मनीष शांडिल्य ने पुलिस लाइन में आयोजित प्रेसवार्ता में किया. उनके साथ एडीसीपी आकाश पटेल और एसीपी पिंडरा भी मौजूद रहे. इस सराहनीय प्रयास के लिए पुलिस टीम को ₹ 25 हजार के नगद इनाम की घोषणा की.

कस्टमर का कर रहे थे इंतजार

डीसीपी ने बताया कि आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद मादक पदार्थ की तस्करी रोकने का अभियान तेज कर दिया गया है. बड़ागांव थानाध्यक्ष आशीष मिश्रा अपनी टीम के साथ क्षेत्र में भ्रमणशील थे कि ईदीलपुर मोड़ पर एक एक्सयूवी महिंद्रा खड़ी थी, लेकिन तीन युवक थे. पुलिस ने शक के आधार पर जब गाड़ी की तलाशी ली गई तो वाहन के ड्रावर के पास से एक सफेद रंग के थैले में रखा भूरे रंग का पाउडर (हेरोइन) बरामद हुआ. हेरोइन की मात्रा 268.47 ग्राम है जिसकी अनुमानित कीमत 60 लाख रुपये आंकी गई है. पास में खड़े एक मोटरसाईकिल यमाहा को भी अपना होना बताया. पुलिस ने दोनों वाहनों को सीज कर दिया है.

कस्टमर का नहीं मिला था पहचान

डीसीपी ने बताया कि गिरफ्तार तीनों दिलदारनगर गाजीपुर के मूल निवासी है. जिनकी पहचान सैफअली खान, मोहम्मद मारुफ खान और अमानत खान है. अमानत खान मीरापुर चांदमारी थाना शिवपुर में अस्थाई निवास करता था. तीनों ने पुलिस पूछताछ में बताया कि वह खरीदार को नमूना लेकर दिखाते हैं और पसन्द होने पर माल को बेच देते हैं. वह लोग खरीदार का इन्तजार कर रहे थे. तीनों ने बताया कि उन्हें यह हेरोइन कैमूर (बिहार) से उठाया था और ईदीलपुर मोड़ पर कस्टमर के आने का निर्देश मिला था. हालांकि अभी कस्टमर की पहचान नहीं बताई गई थी. पुलिस को अभी तीनों का कोई अपराधिक इतिहास नहीं मिला है. जिससे पुलिस मान रही है कि तीनों अभी इस फिल्ड में नए खिलाड़ी है.

सिंडिकेट पर हो रहा काम

डीसीपी ने बताया कि जरूरत पड़ी तो पुलिस कस्टडी रिमांड लेकर पूछताछ में इनके सिंडिकेट का पता लगाया जाएगा. आखिर इन्हे कौन हीरोइन की सप्लाई देता था और वाराणसी में इनका कस्टमर कौन है? इस पूरे गैंग पर काम चल रहा है, जल्द ही उसका भी पर्दाफाश किया जाएगा. गिरफ्तार करने वाली टीम में थानाध्यक्ष आशीष मिश्रा के अलावा चौकी प्रभारी हरहुआ शिवानन्द सिसौदिया, दरोगा सुनील कुमार गौड़,  दरोगा अमित कुमार पाण्डेय, दरोगा विवेकानन्द द्विवेदी,  दरोगा प्रवीण सचान, हेड कांस्टेबल रामविलास यादव, अरमान आलम, कांस्टेबल अंकित सरोज, अभिषेक वर्मा, पंकज सिंह, दुर्गेश कुमार सिंह, रविरंजन कुमार शामिल रहे.