घरेलू कलह से 2 युवक झूले फंदे पर:  कारपेंटर और ड्राइवर के आत्मघाती कदम से परिजनों में मचा कोहराम, पुलिस ने पोस्टमार्टम को भिजवाया शव

घरेलू कलह से 2 युवक झूले फंदे पर:  कारपेंटर और ड्राइवर के आत्मघाती कदम से परिजनों में मचा कोहराम, पुलिस ने पोस्टमार्टम को भिजवाया शव
मिर्गी की बीमारी और आर्थिक तंगी से परेशान कारपेंटर रवि विश्वकर्मा और घरेलू कलह से परेशान होकर फांसी लगाए ड्राइवर निशांत झा

वाराणसी,भदैनी मिरर। पत्नी से विवाद के बाद दो अलग-अलग थाना क्षेत्र में 2 युवकों ने फांसी लगाकर जान दे दी। कारपेंटर और ड्राइवर के आत्महत्या से परिजनों ने कोहराम मच गया। लालपुर-पांडेयपुर के हुकुलगंज निवासी कारपेंटर रवि विश्वकर्मा (28) और चितईपुर थाना क्षेत्र के नेवादा राजेंद्र विहार कॉलोनी में पेशे से वाहन चालक निशांत झा (38) ने अपनी ईहलीला समाप्त कर ली। सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भिजवा दिया। पुलिस के अनुसार प्रारंभिक पूछताछ में यही सामने आया है कि कारपेंटर मिर्गी की बीमारी और आर्थिक तंगी से परेशान था। वहीं, ड्राइवर की आत्महत्या की वजह घरेलू कलह बताई गई है।

पत्नी खटखटाती रही दरवाजा खुला नहीं

लालपुर पांडेयपुर थाना अंतर्गत हुकुलगंज निवासी कारपेंटर रवि विश्वकर्मा (28) की शादी 2 साल पहले गाजीपुर जिले के भीमापुर के समीप रहने वाली माधुरी से हुई थी। माधुरी 4 दिन पहले पति से विवाद के बाद ईश्वरगंगी में रहने वाली अपनी बहन नीलम के घर गई थी। माधुरी ने बताया कि सुबह पति से उसकी बात हुई थी और वह घर आने को बोली थी। वह अपने बहनोई छेदीलाल के साथ घर आई और दरवाजा खटखटाई तो नहीं खुला। काफी देरी तक भी दरवाजा न खुलने पर बगल में रहने वाले चाचा के मकान की छत पर गई और झांक कर देखी तो पति पंखे के सहारे रस्सी के फंदे से लटके हुए दिखे। उसके शोर मचाने पर आसपास के लोग इकट्‌ठा हुए और थोड़ी देर बाद पुलिस भी आ गई। उधर, रवि के पड़ोस में रहने वाले उसके चाचा गोपाल विश्वकर्मा ने बताया कि बचपन से ही उनके भतीजे को मिर्गी का दौरा आता था। इसे लेकर वह बहुत परेशान रहता था। कोरोना काल जबसे शुरू हुआ तो काम न मिलने के कारण भी वह काफी परेशान रहता था।

शराब के नशे में हुआ था पत्नी से विवाद

चितईपुर थाना अंतर्गत नेवादा क्षेत्र की राजेंद्र विहार कॉलोनी में पेशे से वाहन चालक निशांत झा (38) परिवार के साथ किराये के मकान में रहता था। शुक्रवार को निशांत शराब पीकर घर आया था। इसे लेकर उसका उसकी पत्नी चिंतना देवी से विवाद हुआ था। विवाद के बाद चिंतना अपनी दोनों बच्चियों को लेकर समीप ही स्थित मायके चली गई थी। रात 10 बजे के लगभग निशांत पत्नी से मिला और घर चलने के लिए कहा लेकिन उसने झगड़े का हवाला देकर साथ जाने से मना कर दिया। शनिवार को निशांत की पत्नी घर पहुंची और दरवाजा खटखटाई तो नहीं खुला। सूचना पाकर पुलिस पहुंची और दरवाजा खोला गया तो निशांत पंखे के सहारे साड़ी के फंदे से लटका हुआ था।