बोले अम्बरीश सिंह- बेहतर हुआ घाटों का सुंदरीकरण, मगर न हो घाट की मौलिकता से छेड़छाड़

बोले अम्बरीश सिंह- बेहतर हुआ घाटों का सुंदरीकरण, मगर न हो घाट की मौलिकता से छेड़छाड़

वाराणसी, भदैनी मिरर। गंगा समग्र की ओर से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यालय पर शनिवार को काशी उत्तर और दक्षिण जिले के संगठन विस्तार कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए काशी प्रान्त के संगठन मंत्री अम्बरीश ने कहा कि काशी के घाटों का सौंदर्य बोध वैश्विक है। वर्तमान सरकारों, जनप्रतिनिधियों और समाज ने प्रयास करके घाटों के रख-रखाव, स्वच्छता और सुंदरता में सुधार किया है। किंतु कहीं न कहीं घाटों की मौलिकता व परम्पराएं प्रभावित हो रही हैं। 

संगठन मंत्री अम्बरीश ने कहा कि अस्सी घाट की चर्चा करते हुए कहा कि अस्सी घाट पर शासन प्रशासन ने बहुत अच्छा ही सुंदरीकरण कराया है। किंतु कुछ संस्थाओं और व्यक्तियों की सलाह पर घाट पर ही फ़ूड गैलरी बना दी गई। जबकि घाट के ऊपर सड़कों पर अनेकों अच्छे कैफेटेरिया और रेस्टोरेंट्स हैं। फूड गैलरी से घाट की मौलिकता और उसकी सुंदरता नष्ट हुई है  श्रद्धालुओं के स्नान के बाद वस्त्र बदलने के लिए स्थान भी नहीं रह गए है। गंगा समग्र शासन से मांग करती है कि घाटों पर बनाए गए फ़ूड गैलरी को तत्काल हटाया जाए और पूरा घाट श्रद्धालुओं के लिए मुक्त किया जाए।

 संगठन मंत्री ने परंपराओं का जिक्र करते हुए कहा कि काशी के घाटों की परंपराएं और संस्कृति हजारों वर्ष पुरानी है। इसलिए इससे कोई भी छेड़छाड़ न किया जाए । तीर्थ पुरोहित घाटों पर पर्व त्योहारों पर पर विभिन्न आयोजन करते आए हैं । आज समाज के विभिन्न संगठन अच्छे मनोभावों से गंगा की सेवा के लिए आगे आ रहे हैं। लेकिन इसका यह मतलब नहीं है कि तीर्थ पुरोहितों का अधिकार उनसे छीन लिया जाए। अस्सी घाट पर ऐसा ही हुआ है, तीर्थ पुरोहितों द्वारा की जा रही परंपरागत आरती पर अब सुबह ए बनारस ने अपना कब्जा जमा लिया है। जिससे तीर्थ पुरोहित आक्रोशित हैं। गंगा समग्र वाराणसी की प्रशासन को चेतावनी देती है, कि काशी के घाटों की परंपरा और मौलिकता बने रहने दें। काशी के घाट पर आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधाओं का ध्यान रखते हुए यहां पर विकास कार्य करें। कार्यक्रम में प्रांत संयोजक अमिताभ उपाध्याय, चंद्रशेखर मिश्रा, डॉ हरेंद्र राय, अजय मिश्रा समेत अन्य सदस्य उपस्थित रहे।