20.18 करोड़ के सिंथेटिक ड्रग के साथ छह गिरफ्तार, एसटीएफ वाराणसी यूनिट और महाराष्ट्र पुलिस की संयुक्त कार्रवाई...
यूपी एसटीएफ की वाराणसी यूनिट और महाराष्ट्र पुलिस में सिंथेटिक ट्रग के साथ छह आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
वाराणसी। एसटीएफ की वाराणसी इकाई और महाराष्ट्र पुलिस ने बुधवार रात और गुरुवार को दिन में बड़ाग आजमगढ़ के बरदह से सिंथेटिक ड्रम्स बनाने वाले छह शातिरों को दबोचा। बरदह में मोबाइल की दुकान की आड़ में चल रही फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया। मोबाइल सेंटर के पीछे संचालित फैक्ट्री से 20.18 करोड़ के सिंथेटिक ड्रग और केमिकल बरामद किए हैं।
एएसपी विनोद सिंह ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों में शिवपुर के रुद्रा अपार्टमेंट निवासी संदीप तिवारी (जौनपुर के बरसठी के पाली का मूल निवासी), होलापुर (शिवपुर) निवासी ललित पाठक, धनंजयपुर (बड़ागांव) निवासी विजय पाल, बिंदू पटेल, गुजरात के श्रीनाथजीनगर चलावापी निवासी निलेश पांडेय और महाराष्ट्र के नालासोपाड़ा के नगीना दास पाड़ा चाल निवासी अनिल जायसवाल हैं। एसटीएफ के निरीक्षक अनिल कुमार सिंह, अमित श्रीवास्तव, ठाणे क्राइम ब्रांच के पुलिस निरीक्षक दिलीप पाटिल, सहायक पुलिस निरीक्षक रुपाली ने शातिर संदीप तिवारी तथा ललित पाठक को बुधवार रात करीब 11 बजे बड़ागांव के औसानगंज से दबोचा। उनसे पूछताछ के बाद आजमगढ़ के बरदह में सुप्रिया मोबाइल केंद्र पर छापेमारी की गई। वहां से चार अन्य को गिरफ्तार कर तैयार सिंथेटिक ड्रग्स, केमिकल और उपकरण बरामद किए गाए। ठाणे के कसावडावली थाना में दर्ज केस में सभी को ट्रांजिट रिमांड पर महाराष्ट्र पुलिस साथ ले जाने की कार्यवाही में जुटी रही।
16 मार्च की गिरफ्तारी के बाद मिले सुरागः एसटीएफ और महाराष्ट्र पुलिस ने 16 मार्च को सिधौरा के भगवतीपुर में किराये के मकान में संचालित फैक्ट्री का भंडाफोड़ करते हुए 30 करोड़ के इम्स बरामद किए थे। बड़ागांव के तिवारीपुर निवासी संतोष गुप्ता उर्फ बल्ली और पुवारी खुर्द निवासी अतुल सिंह को गिरफ्तार किया था। दोनों को महाराष्ट्र पुलिस साथ ले गई थी। उनसे पूछताछ में आजमगढ़ में चल रही फैक्ट्री और अन्य के नाम की जानकारी हुई। आरोपियों के पास से 25 ग्राम नशीला केमिकल, 20 किलो तैयार इम्स, एक कार, एक जीप (धार) समेत कई उपकरण बरामद किए गए।
ड्रग्स ले जाने फ्लाइट से आती थी सेमी उर्फ सविता
सेंट्रल मुंबई की सेमी उर्फ सविता तैयार ड्रग ले जाती थी। वह पलाइट से आती और 08 लाख रुपये प्रति किलों की दर से खरीदती थी। चार दिन पहले भी 2.5 किलो ड्रग्स ले गई थी। पैसा मुंबई में अनिल जायसवाल के भाई दिलीप को सेंट्रल मुंबई में नकद दिया। सेमी उर्फ सविता ने पांच किली ड्रग्स तैयार कर उपलब्ध कराने के लिए एडवांस पैसे भी दिए।
जमानत पर छूटते ही धंधे में लग गया संदीप तिवारी
एसटीएफ ने बीते साल 4 अगस्त को शिवपुर में सिंथेटिक इग की फैक्ट्री का भंडाफोड करते हुए जौनपुर निवासी सदीप तिवारी को उसके चार खुशियों के साथ दबोचा था। अभियोजन की और से प्रभावी पैरवी नहीं होने से चार माह पहले ही वह जमानत पर छूट गया और पुनः धंधे में लग गया।