नाटी इमली भरत मिलाप: अखिलेश यादव ने भी योगी सरकार को घेरा, कहा- गोरखधंधे में व्यस्त UP की भाजपा सरकार
सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने नाटी इमली भरत मिलाप में पुलिस द्वारा यादव बंधुओं पर किए गए लाठीचार्ज की निंदा करते हुए योगी सरकार को आड़े हाथों लिया है.
वाराणसी, भदैनी मिरर। लक्खा मेलों (लाखों की भीड़ वाले) में शुमार विश्व प्रसिद्ध नाटी इमली भरत मिलाप लीला को देखने के लिए रविवार को जनसैलाब उमड़ पड़ा। इस दौरान पुष्पक विमान को लीला स्थल तक ले जाने के लिए बैरेकेडिंग खोलने को लेकर यादव बंधुओं और पुलिस के बीच नोकझोंक के दौरान भीड़ का दबाव बढ़ने से भगदड़ मच गई. भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा. वहीं इसे लेकर विपक्ष यूपी सरकार पर हमलावर है. सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने इस घटना की निंदा करते हुए योगी सरकार को आड़े हाथों लिया है.
अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट कर कहा, देश के प्रधान संसदीय क्षेत्र में सामाजिक सौहार्द की परंपरा को खंडित करने का प्रयास भाजपा सरकार की संकीर्ण राजनीति का प्रतीक है. यहां मची भगदड़ भाजपाइयों की बदइंतज़ामी का प्रमाण है, जो नहीं चाहते हैं कि भाईचारे के ऐसे आयोजन सफल हों.
उन्होंने आगे कहा, बनारस के ‘नाटी इमली के भरत मिलाप’ की 480 साल से चली आ रही परंपरा में यदुकुल के कंधे पर ही रघुकुल का मिलन होता आ रहा है. सूर्यवंशी-चंद्रवंशी के आपसी प्रेम-स्नेह के बीच कमलवंशी लोग सियासी दरार पैदा कर रहे हैं.
अखिलेश ने कहा, गोरखधंधे में व्यस्त उप्र की भाजपा सरकार जहां बैरिकेडिंग की जानी चाहिए वहां तो नहीं करती है, और जहाँ नहीं की जानी चाहिए वहाँ करती है। कहाँ करती है ये बताने की ज़रूरत नहीं, जनता बहुत समझदार है.
निंदनीय!
वहीं कांग्रेस पार्टी ने भी इस हिंसा को लेकर यूपी सरकार पर निशाना साधा, प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि बीजेपी सरकार में पूरे प्रदेश में जंगल राज कायम हैं. बहराइच में गोली चली, बनारस में 481 साल में भरत मिलाप के दौरान रामभक्तों पर इस सरकार ने लाठी चलवाई. अब उनके बस का कुछ नहीं रह गया है. सीएम योगी को अब वापस मठ चले जाना चाहिए.