15 साल में अजय राय की 5 गुना बढ़ी प्रॉपर्टी, 18 केस, नहीं है कोई लाइसेंसी असलहा
वाराणसी लोकसभा सीट से गठबंधन प्रत्याशी अजय राय बीते शुक्रवार को नामांकन किया. उत्तर प्रदेश सरकार में साल 2002 में सहकारिता मंत्री रहे अजय राय इस समय कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष हैं. अजय राय वाराणसी लोकसभा सीट से लगातार चौथी बार और प्रधानमंत्री के खिलाफ लगातार तीसरी बार चुनावी मैदान में हैं. वहीं नामांकन के दौरान दिए गए हलफनामे में उन्होंने अपनी संपत्ति का ब्यौरा दिया है.
वाराणसी, भदैनी मिरर। वाराणसी लोकसभा सीट से गठबंधन प्रत्याशी अजय राय बीते शुक्रवार को नामांकन किया. उत्तर प्रदेश सरकार में साल 2002 में सहकारिता मंत्री रहे अजय राय इस समय कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष हैं. अजय राय वाराणसी लोकसभा सीट से लगातार चौथी बार और प्रधानमंत्री के खिलाफ लगातार तीसरी बार चुनावी मैदान में हैं. वहीं नामांकन के दौरान दिए गए हलफनामे में उन्होंने अपनी संपत्ति का ब्यौरा दिया है.
15 साल में 5 गुना बढ़ी प्रॉपर्टी
हलफनामे के अनुसार अजय राय की संपत्ति 15 साल में 5 गुना बढ़ी है. उनके पास 2 करोड़ 67 लाख की संपत्ति है. जो 2009 में कुल 55 लाख 13 हजार रुपए थी, इसके अलावा 5 लाख 51 हजार रुपए का सोना है. अजय राय के पास साल 1998 में खरीदी गई एक टाटा सफारी कार दर्शायी गई है. पत्नी के पास फार्च्यूनर हलफनामे में दर्ज की गई है.
साल 2009 में हुए लोकसभा चुनाव के दौरान महज 55 लाख रुपए थी. उन्होंने आय का स्रोत विधायक पेंशन दर्शाया है. वो ग्रेजुएट हैं. 2009 में अजय राय की चल संपत्ति 3,05,000 थीं, जबकि अचल संपत्ति 49,00,000 थीं, 15 साल बाद शुक्रवार को दिए गए हलफनामे में अजय राय ने बताया कि उनकी चल संपत्ति 60,22,683 और अचल संपति 2,05,00,000 है.
अजय राय पर दर्ज है इतने मुकदमे
अजय राय ने अपना नामांकन भरा जिसमें उन्होंने खुद पर कुल 18 केस होना बताया है. इसमें लखनऊ के हजरतगंज और वाराणसी के दशाश्वमेध थाने में दर्ज मुकदमें में हत्या के प्रयास की धारा लगी है. फिलहाल 6 मामलों में अजय राय जमानत पर हैं.
बेटियों और बेटे के नाम भी बैंक अकाउंट
अजय राय के पास 3,85,000 कैश है। इसके अलावा बैंक में 5,51,111 रुपए जमा हैं. अजय राय के पास दो बैंक अकाउंट और उनकी पत्नी के पास 3 बैंक अकाउंट है. दो बेटियों के नाम दो अकाउंट और एक बेटे के नाम एक अकाउंट है. इसके अलावा एक ज्वाइंट अकाउंट भी है. अजय राय और उनकी पत्नी के पास मिलाकर कुल 15,13,000 की ज्वेलरी है.
नहीं है कोई भी लाइसेंसी असलहा
अजय राय 5 बार वाराणसी के पहले कोलअसला और अब पिंडरा विधानसभा से विधायक रहे हैं. इसके अलावा साल 2009 से लगातार लोकसभा का चुनाव लड़ रहे हैं. उन्होंने कभी भी लाइसेंसी असलहा नहीं लिया.
मुख्तार अंसारी को कराई थी सजा
अजय राय के बड़े भाई अवधेश राय की 3 अगस्त 1991 में उनके आवास के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इस मामले के चश्मदीद अजय राय ने हत्या के मामले में मुख्तार अंसारी के ऊपर मुकदमा दर्ज कराया था। 32 साल बाद साल 2023 में वाराणसी एमपी/एमएलए कोर्ट ने मुख्तार अंसारी को उम्रकैद की सजा सुनाई थी.
पूर्वांचल के भूमिहार समाज में अजय राय की अच्छी पैठ
बता दें कि, भूमिहार समाज से ताल्लुक रखने की वजह से अजय राय की पूर्वांचल के भूमिहार समाज में अच्छी पैठ है. 2014 और 2019 में पीएम मोदी के खिलाफ कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ने वाले अजय राय ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत भाजपा से ही की थी. 1996 से लेकर वह 2007 तक भाजपा के टिकट से ही लगातार तीन बार विधायक बने. 2009 में उन्होंने पार्टी से लोकसभा का टिकट मांगा, टिकट न मिलने पर वह समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए, लेकिन चुनाव में जीत हासिल नहीं हो सकी.
2009 में उन्होंने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर पिंडरा क्षेत्र से उपचुनाव लड़ा और जीत हासिल की थी. इसके बाद 2012 में वे कांग्रेस से जुड़ गए थे और पिंडरा सीट से ही जीत हासिल की थी. अजय राय 2014 पीएम मोदी के खिलाफ लोकसभा चुनाव में उतरे थे. इस चुनाव में आम आदमी पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने भी किस्मत आजमाई थी, जो दूसरे नंबर पर रहे थे और अजय राय तीसरे नंबर पर रहे थे. 2017 में अजय राय ने एक बार फिर पिंडरा से विधानसभा चुनाव लड़ा, लेकिन इस बार वह जीत नहीं सके.