UP सरकार की तानाशाही के चलते बंद हुए छात्रसंघ चुनाव, HC के लिंगदोह कमेटी की संस्तुति को भी किया दरकिनार- अधिवक्ता विकास सिंह 

प्रदेश में विगत वर्षों में हो रहे छात्र संघ चुनाव को सरकार ने अपने तानाशाही रवैये के चलते बंद कर दिया. उक्त बातें महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के पूर्व महामंत्री व अधिवक्ता विकास सिंह ने कही. उन्होंने कहा कि विगत वर्षों में प्रदेश के समस्त महाविद्यालयों व विश्विद्यालयों में छात्र संघ चुनाव होते थे और यहां से ही देश को कई महान नेता भी मिले, जिन्होंने देश-विदेश में भारत माता की ख्याति को फैलाने का काम किया.

UP सरकार की तानाशाही के चलते बंद हुए छात्रसंघ चुनाव, HC के लिंगदोह कमेटी की संस्तुति को भी किया दरकिनार- अधिवक्ता विकास सिंह 

वाराणसी, भदैनी मिरर। प्रदेश में विगत वर्षों में हो रहे छात्र संघ चुनाव को सरकार ने अपने तानाशाही रवैये के चलते बंद कर दिया. उक्त बातें महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के पूर्व महामंत्री व अधिवक्ता विकास सिंह ने कही. उन्होंने कहा कि विगत वर्षों में प्रदेश के समस्त महाविद्यालयों व विश्विद्यालयों में छात्र संघ चुनाव होते थे और यहां से ही देश को कई महान नेता भी मिले, जिन्होंने देश-विदेश में भारत माता की ख्याति को फैलाने का काम किया, लेकिन वर्तमान प्रदेश सरकार अपने को कानून से ऊपर रखकर हाइकोर्ट के आदेश को भी दरकिनार करते हुए छात्र संघ चुनाव को बंद कर दिया.

उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में कोरोना काल के पूर्व तक चुनाव होते रहे, लेकिन प्रदेश सरकार ने अचानक छात्र संघ चुनाव को रद्द कर दिया, जबकि उच्च न्यायालय ने भी आदेश दिया था कि सरकार लिंगदोह कमेटी के द्वारा की गई संस्तुति के आधार पर छात्र संघ चुनाव कराए, ऐसे में हम सभी युवाओं को आगे आना होगा और राजनीति की इस पौधशाला या पाठशाला को फिर से शुरू करने के लिए एक योजना बनाकर लंबी लड़ाई लड़नी होगी. साथ ही इस लोक सभा चुनाव में हम युवा शक्ति इस छात्र विरोधी सरकार के खिलाफ एकजुट होकर अपना विरोध दर्ज करते हुए मतदान करेंगे.

अधिवक्ता अमित यादव

हरिश्चंद्र महाविद्यालय के पूर्व अध्यक्ष एवं अधिवक्ता अमित यादव

वहीं हरिश्चंद्र महाविद्यालय के पूर्व अध्यक्ष एवं अधिवक्ता अमित यादव ने कहा कि प्रदेश की वर्तमान सरकार पूरी तरह से तानाशाही रूप में शासन कर रही है. वह जनहित व छात्र हित में कोई कार्य नहीं करना चाहती. इसलिए छात्र संघ चुनाव पर प्रतिबंध लगा दिया गया। जबकि इसी छात्र संघ चुनाव से युवा शक्ति राष्ट्र शक्ति निकल आती थी और देश की राजनीति में अपना अहम योगदान निभाती थी, लेकिन प्रदेश सरकार को शायद देश के युवाओं का राजनीति में आगे आना पसंद नहीं आया, इसलिए छात्र संघ चुनाव को बंद कर दिया गया. हम युवा शक्ति इसके लिए सरकार को मुंह तोड़ जवाब देने के लिए योजनाबद्ध तरीके से आंदोलन करेंगे और पुनः छात्र संघ की बहाली के लिए लड़ाई लड़ेंगे. साथ ही मतदान के दौरान भी युवा शक्ति अपने मत का उचित प्रयोग कर विरोध दर्ज करायेगी.

हरिश्चंद्र महाविद्यालय के पूर्व उपाध्यक्ष एवं अधिवक्ता सुमित उपाध्याय

हरिश्चंद्र महाविद्यालय के पूर्व उपाध्यक्ष एवं अधिवक्ता सुमित उपाध्याय ने कहा कि जनपद में बीएचयू, विद्यापीठ, हरिश्चन्द्र समेत कई अन्य महाविद्यालयों में छात्र संघ चुनाव होते थे, लेकिन आज सभी जगह एक -एक करके चुनाव प्रतिबंधित कर दिए गए. ऐसे देश को युवा राजनेता कहाँ से मिलेगा. उन्होंने कहा कि छात्र संघ चुनाव से ही निकल कर जम्मू कश्मीर के एलजी मनोज सिन्हा समेत कई अन्य नेता आज देश का नाम रोशन कर रहे है, लेकिन अब शायद ही कोई युवा ऐसा कर पायेगा, ऐसे में हम सभी युवाओं को एकजुट होकर इस युवा शक्ति विरोधी सरकार के खिलाफ लड़ाई लड़नी होगी, ताकि पुनः छात्र संघ की बहाली हो सके. साथ ही अंतिम चरण के मतदान में भी युवा शक्ति का अपना विरोध दर्ज कराते हुए मतदान करेगी.