Varanasi : बालिका का अपहरण कर हत्या करने वाला आरोपी अरेस्ट, टंकी में छिपाया था शव, इस तरह हुआ खुलासा....

काशीराज अपार्टमेंट (नदेसर) के ए (3) ब्लॉक के 31 नम्बर फ्लैट की छत पर शुक्रवार को पानी टंकी में मिली 13 वर्षीया बालिका की लाश का खुलासा डीसीपी वरुणा जोन चंद्रकांत मीणा, एडीसीपी वरुणा जोन सरवणन टी और एसीपी कैंट विदूष सक्सेना ने शनिवार को पुलिस लाइन में आयोजित प्रेसवार्ता में कर दिया है.

Varanasi : बालिका का अपहरण कर हत्या करने वाला आरोपी अरेस्ट, टंकी में छिपाया था शव, इस तरह हुआ खुलासा....

वाराणसी, भदैनी मिरर। काशीराज अपार्टमेंट (नदेसर) के ए (3) ब्लॉक के 31 नम्बर फ्लैट की छत पर शुक्रवार को पानी टंकी में मिली 13 वर्षीया बालिका की लाश का खुलासा डीसीपी वरुणा जोन चंद्रकांत मीणा, एडीसीपी वरुणा जोन सरवणन टी और एसीपी कैंट विदूष सक्सेना ने शनिवार को पुलिस लाइन में आयोजित प्रेसवार्ता में कर दिया है. बालिका की हत्या से पूर्व उससे गलत किया गया था. बालिका के बेहोश होने पर राजाबाजार मोहल्ले का ही रहने वाला आरोपी आशीष उर्फ गोलू ने टंकी में छिपाकर भाग गया था. आरोपी की गिरफ्तारी कैंट पुलिस और क्राइम ब्रांच ने किया.

CCTV कैमरे का रहा अहम रोल

डीसीपी वरुणा जोन चंद्रकांत मीणा ने बताया कि यह घटना पुलिस के लिए ब्लाइंड थी. पुलिस कमिश्नर ने निरीक्षण कर हम सबको यथाशीघ्र खुलासे के निर्देश दिए थे. जिसके बाद 9 टीमों का गठन किया गया. सभी टीमें घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे को खंगालना शुरु की तो आरोपी गिरफ्त में आया. सीसीटीवी और पोस्टमार्टम रिपोर्ट से आरोपी की संलिप्तता पुष्ट हो गई है. डीसीपी ने बताया कि आरोपी के घर छोटे बच्चे है, जहां मृतिका खेलने जाया करती थी और आरोपी को "भैया" कहती थी. डीसीपी ने खुलासा करने वाली कैंट और क्राइम ब्रांच को ₹25 हजार के इनाम की घोषणा की है.

बदबूदार पानी आने पर हुई थी जानकारी

काशीराज अपार्टमेंट के ए (3) ब्लॉक के चार मंजिला इमारत के 31 नंबर फ्लैट में रहने वाले ऑटो पार्ट्स कारोबारी गुरुमीत खन्ना के घर नल से बदबूदार पानी आने पर शुक्रवार सुबह जब टंकी देखने गए तो घटना की जानकारी हुई. आरोपी ने पुलिस पूछताछ में बताया कि उसकी बालिका से बातचीत होती थी. 26 जून को भी बात हुई और मिलने के लिए अपार्टमेंट के छत का चयन किया था. पहले बालिका छत पर गई और पीछे से आरोपी छत पर पहुंचने के बाद जोर-जबरदस्ती शुरु कर दी. बालिका विरोध करती रही और आरोपी ने उसके साथ गलत किया. आरोपी ने देखा कि उसके बाद बालिका बेहोश हो गई है, उसकी सांसे नहीं चल रही है. जिसके बाद उसने बालिका के शव को ठिकाने लगाने के लिए टंकी में डालकर माैके से भाग गया.