Hathras Stampede: भोले बाबा के दरबार में अखिलेश यादव भी लगा चुके हैं हाजिरी, सोशल मीडिया पर  जय-जयकार करने की पुरानी पोस्ट वायरल...

हाथरस में सूरजपाल उर्फ़ भोले बाबा के सत्संग में भगदड़ के दौरान गई सैकड़ों जान के बाद विपक्ष सरकार और स्थानीय प्रशासन पर आरोप लगा रहा था, इसी बीच अखिलेश यादव का कथित बाबा के दरबार में पहुँचने और उनका एक्स पर किया गया पोस्ट सोशल मीडिया पर तेजी वायरल किया जाने लगा है.

Hathras Stampede: भोले बाबा के दरबार में अखिलेश यादव भी लगा चुके हैं हाजिरी, सोशल मीडिया पर  जय-जयकार करने की पुरानी पोस्ट वायरल...

उत्तर प्रदेश के हाथरस में भोले बाबा के  सत्संग के दौरान कल यानी 2 जुलाई को हुए हादसे में अब तक 121 लोगों की मौत की खबर सामने आ चुकी है. कहा जा रहा है कि बाबा के सत्संग करने के बाद बाहर निकलने पर लोग उनके पैर छूने के लिए दौड़े. इसी दौरान सेवादारों ने रोक दिया. इसी के बाद भगदड़ मच गई और ये हादसा हुआ. इस हादसे पर जहां एक ओर अखिलेश यादव ने शोक जताते हुए मृतकों को श्रद्धांजलि दी है, तो वहीं दूसरी ओर सोशल मीडिया पर पिछले साल भोले बाबा के सत्संग में सपा सुप्रीमों के शामिल होने की तस्वीर वायरल हो रही है.

पिछले साल की है पोस्ट

मीडिया सूत्रों के अनुसार, सत्संग करने वाले सूरज पाल उर्फ बाबा साकार हरि के सत्संग में पिछले साल जनवरी में सपा प्रमुख अखिलेश यादव शामिल हुए थे. तब उन्होंने कुछ तस्वीरें शेयर करते हुए लिखा था, “नारायण साकार हरि की सम्पूर्ण ब्रह्मांड में सदा-सदा के लिए जय जयकार हो.”

तस्वीरों में साफ दिखाई दे रहा है कि अखिलेश यादव बाबा साकार हरि उर्फ सूरज पाल उर्फ भोले बाबा के कार्यक्रम में मौजूद हैं और लोगों को सम्बोधित कर रहे हैं. वायरल वीडियो में वह बाबा की प्रशंसा करते भी दिखाई दे रहे हैं.

बता दें कि, सपा प्रमुख ने बीते मंगलवार को हाथरस हादसे पर एक्स पर एक पोस्ट शेयर किया था, जिसमें उन्होंने लिखा था, “‘हाथरस-हादसे’ की दुखद सूचना मिली. सभी मृतकों को श्रद्धांजलि! इस तरह के आयोजन में हुई मानवीय भूलों का आंकलन करने की आवश्यकता है और भविष्य के लिए सबक़ लेने की भी. एक गहन जाँच और उसके आधार पर की गयी कार्रवाई भविष्य में ऐसे हादसों की पुनरावृत्ति को रोक सकती है. शोक संतप्त परिवारों के प्रति गहरी संवेदनाएं!” इसके बाद अब इस मामले में उनकी पुरानी पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल होने लगी.

बाबा पर यौन शोषण समेत दर्ज हैं कई अन्य गंभीर मुकदमें

मीडिया सूत्रों के मुताबिक सूरजपाल उर्फ बाबा साकार हरि पुलिस विभाग में सिपाही था और नौकरी के दौरान बलात्कार का मुकदमा लिखे जाने के बाद उसे बर्खास्त कर दिया गया था. इसके बाद जेल से छूटने पर उसने अपना नाम और रूप सब बदल कर बाबा बन बैठा. मिली जानकारी के मुताबिक उसके ऊपर यौन शोषण समेत पांच अन्य गंभीर मुकदमें दर्ज हैं. बाबा कासगंज के पटियाली गांव का रहने वाला है. उत्तर प्रदेश पुलिस में उसने 18 साल नौकरी की थी और फिर वीआरएस ले लिया. वह 28 साल पहले इटावा में भी पोस्टेड था. सूरजपाल का दावा है कि उसे भगवान के साक्षात दर्शन हुए थे.