आखिर क्यों कटा वरुण गांधी का टिकट? ... BJP के साथ है वरुण, जाने टिकट कटने के बाद का क्या है प्लान...
पार्टी के कार्यप्रणाली पर लगातार हमलावर रहे पीलीभीत से सांसद वरूण गांधी का टिकट काटना कई सवाल खड़े कर रहा है. हालांकि टिकट कटने की अटकलें लंबे समय से लगाई जा रही थी.
लखनऊ, भदैनी मिरर। पार्टी के कार्यप्रणाली पर लगातार हमलावर रहे पीलीभीत से सांसद वरूण गांधी का टिकट काटना कई सवाल खड़े कर रहा है. हालांकि टिकट कटने की अटकलें लंबे समय से लगाई जा रही थी. भाजपा के बड़े नेता वरुणा गांधी लगातार छात्रों, किसानों और गरीबों के दर्द को अपने सोशल मीडिया नेटवर्क एक्स पर पोस्ट कर अपने ही सरकार के खिलाफ सवाल खड़ा कर देते थे. पिछले कुछ दिनों से वरुण गांधी के पोस्ट में नरमी आई थी.
वहीं, टिकट कटने के बाद युवाओं का मानना है कि वरुणा गांधी ने बेरोज़गारों की बात उठायी इसलिए उनका टिकट कटा . किसानों को लग रहा है कि उनकी बात उठायी इसलिये टिकट कटा . पेंशनधारकों को लग रहा है उनकी बात उठायी तो टिकट कटा. हालांकि इन सबके बीच वरुण गांधी किसी भी पार्टी से चुनाव नही लड़ेंगे. फिलहाल वह अपनी मां मेनका गांधी के लिए सुल्तानपुर में प्रचार करेंगे.
वहीं, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी का बयान आया है. पीलीभीत में लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा के प्रत्याशी जितिन प्रसाद के नामांकन के उपरांत चुनावी जनसभा में शामिल होने आए भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने सवालों का जवाब देते हुए कहा कि वरुण गांधी भारतीय जनता पार्टी के बड़े नेता है. वह पार्टी के साथ हैं, जहां भी उपयोग लगेगा उनसे बात करके उन्हें लाया जाएगा. प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि फिलहाल पीलीभीत बहेड़ी लोकसभा संसदीय सीट पर जितिन प्रसाद केंद्र की योजनाओं और भाजपा के कार्य व अपने रिपोर्ट कार्ड के साथ जनता के बीच है. चुनाव में बड़ी जीत हासिल होगी.
बता दें कि इस बार भाजपा पीलीभीत से वरुण गांधी की जगह यूपी कैबिनेट मंत्री जितिन प्रसाद को टिकट दिया है. वहीं, बसपा ने पूर्व मंत्री अनीस अहमद खां उर्फ फूलबाबू और इंडिया गठबंधन के अंतर्गत सपा ने भगवत सरन गंगवार को प्रत्याशी बनाया है. बरेली के रहने वाले भगवत सरन गंगवार पांच बार विधायक का चुनाव जीत चुके हैं.