हाथरस कांड की SIT रिपोर्ट शासन को सौंपी गई, 100 से अधिक लोगों के बयान दर्ज...

हाथरस भगदड़ मामले की जांच रिपोर्ट एसआईटी ने शुक्रवार को शासन को सौंपी दी है. हालांकि यह रिपोर्ट बुधवार को ही सौंपी जानी थी, लेकिन राहत कार्य और सीएम योगी आदित्यनाथ के दौरे की वजह से बिलंब हुआ और अफसरों ने समय मांग लिया था. मामले की फौरी तौर पर जांच के लिए शासन ने कमिश्नर अलीगढ़ चैत्रा वी और ADG जोन आगरा अनुपम कुलश्रेष्ठ की अध्यक्षता में कमेटी बनाई थी.

हाथरस कांड की SIT रिपोर्ट शासन को सौंपी गई, 100 से अधिक लोगों के बयान दर्ज...

लखनऊ, भदैनी मिरर। हाथरस भगदड़ मामले की जांच रिपोर्ट एसआईटी ने शुक्रवार को शासन को सौंपी दी है. हालांकि यह रिपोर्ट बुधवार को ही सौंपी जानी थी, लेकिन राहत कार्य और सीएम योगी आदित्यनाथ के दौरे की वजह से बिलंब हुआ और अफसरों ने समय मांग लिया था. मामले की फौरी तौर पर जांच के लिए शासन ने कमिश्नर अलीगढ़ चैत्रा वी और ADG जोन आगरा अनुपम कुलश्रेष्ठ की अध्यक्षता में कमेटी बनाई थी.

सूत्रों के अनुसार इस SIT टीम ने करीब 100 लोगों के बयान के आधार पर रिपोर्ट शासन को सौंपी है. एसआईटी ने बड़े पैमाने पर मौके पर मौजूद राजस्व अधिकारी, सुरक्षा में लगे पुलिस के जवान, एंबुलेंस कर्मी, पोस्टमार्टम करने वाले चिकित्सक सहित प्रारंभिक सूचना पर मौके पर पहुंचे अफसरों के अलावा एसपी-डीएम के बयान लिए गए है.


एसआईटी के रिपोर्ट के बाद अब कार्रवाई तय मानी जा रही है. रिपोर्ट को लेकर कोई भी अधिकारी कुछ कहने से बच रहा है. चूंकि इस मामले में मुख्यमंत्री सीधे नजर बनाए हुए है. माना जा रहा है कि बड़े स्तर पर कार्रवाई होने की संभावना है.

न्यायिक आयोग कर रही जांच

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हाथरस के दौरे के बाद मीडिया से बातचीत में किसी साजिश के न होने से इनकार करते हुए कहा कि इसकी न्यायिक जांच जरूरी है. जिसके बाद हाइकोर्ट से रिटायर्ड जज और दो अन्य सेवानिवृत्त अफसरों की अध्यक्षता में न्यायिक जांच के आदेश दिए थे. यह आयोग अपनी जांच शुरु कर दी है. सीएम ने साफ कहा था कि दोषियों के विरुद्घ कड़ी कार्रवाई होगी, गलती जिसकी भी और जिस भी स्तर पर हुई है उन पर कठोर कार्रवाई होगी. बता दें, एसआईटी की जांच रिपोर्ट भी न्यायिक आयोग को सौंपी जाएगी.