हाथरस सत्संग हादसे पर डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक की प्रतिक्रिया, घायलों को दिया हर संभव मदद का आश्वासन 

उत्तर प्रदेश के हाथरस में मंगलवार को सत्संग के दौरान मची भगदड़ में बड़ी संख्या में लोगों ने अपनी जान गवां दी. तो कई घायल हो गए है. बीते बुधवार को हादसे की न्यायिक जांच के लिए इलाहाबाद हाई कोर्ट के रिटायर्ड जस्टिस बृजेश कुमार श्रीवास्तव (द्वितीय) की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय न्यायिक जांच आयोग का गठन कर दिया गया है. प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने इसका नोटिफिकेशन जारी कर दिया है. वहीं आज हाथरस की घटना पर डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक की प्रतिक्रिया सामने आई है.

हाथरस सत्संग हादसे पर डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक की प्रतिक्रिया, घायलों को दिया हर संभव मदद का आश्वासन 

उत्तर प्रदेश के हाथरस में मंगलवार को सत्संग के दौरान मची भगदड़ में बड़ी संख्या में लोगों ने अपनी जान गवां दी. तो कई घायल हो गए है. बीते बुधवार को हादसे की न्यायिक जांच के लिए इलाहाबाद हाई कोर्ट के रिटायर्ड जस्टिस बृजेश कुमार श्रीवास्तव (द्वितीय) की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय न्यायिक जांच आयोग का गठन कर दिया गया है. प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने इसका नोटिफिकेशन जारी कर दिया है. वहीं आज हाथरस की घटना पर डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक की प्रतिक्रिया सामने आई है.

ब्रजेश पाठक ने उनके द्वारा घायलों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया है. डिप्टी सीएम ने कहा कि कार्यक्रम के जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई की जाएगी. स्वास्थ्य विभाग के द्वारा लगातार घायलों की देखभाल की जा रही है. मृतकों का पोस्टमार्टम कराया गया है. सरकार के द्वारा जो कार्रवाई की जानी चाहिए. उसको लेकर लगातार पुलिस प्रशासन को दिशा निर्देश दिए गए हैं. डिप्टी सीएम द्वारा आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी की भी बात कही है.

बता दें कि, सीएम योगी ने भी मामले संज्ञान लेते हुए घटना के न्यायिक जांच करवाने का आदेश दिया है.मुख्यमंत्री योगी ने बीते बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि, कल हाथरस के सिकंदराराऊ में दुखद घटना हुई. शासन स्तर पर हमने पहले राहत बचाव कार्य को आगे बढ़ाया. एडीजी के निर्देशन में जांच कमेटी गठित की है. आयोजको से जाँच में पूछताछ होगी, लापरवाही पर जवाबदेही तय होगी.

उन्होंने आगे कहा, हम इसको खंडन नही करते कि इस तरह के घटना हादसा नही हो सकता, इस घटना के पीछे साज़िश किसकी है? इसलिए हम इसकी एक ज्यूडिशियल इंक्वायरी करवाएंगे जिसमे हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज व प्रशासनिक रिटायर्ड अधिकारी होंगे. इसके बाद उनके सुझाव को हम आगे लागू करेंगे जिससे भविष्य में ऐसी घटना न हो.