Mann Ki Baat : पर्यावरण से लेकर योग दिवस तक, जानें 'मन की बात' के 111वें संस्करण में पीएम मोदी की 10 बड़ी बातें...
लोकसभा चुनाव के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज 'मन की बात' के जरिए देश को संबोधित किया. इस दौरान पीएम ने कई अहम मुद्दों पर बात की और देशवासियों से खास अपील भी की. आइए जानते है पीएम मोदी के आज मन के बात के 111वें एपिसोड की 10 बड़ी बातें...
लोकसभा चुनाव के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज 'मन की बात' के जरिए देश को संबोधित किया. इस दौरान पीएम ने कई अहम मुद्दों पर बात की और देशवासियों से खास अपील भी की. आइए जानते है पीएम मोदी के आज मन के बात के 111वें एपिसोड की 10 बड़ी बातें...
जानें पीएम मोदी के मन की बात की 10 बड़ी बातें
1. प्रधानमंत्री ने कहा कि आज वो दिन आ ही गया जिसका हम सभी फ़रवरी से इंतजार कर रहे थे. मैं 'मन की बात' के माध्यम से एक बार फिर आपके बीच, अपने परिवारजनों के बीच आया हूं. एक बड़ी प्यारी सी उक्ति है- 'इति विदा पुनर्मिलनाय' इसका अर्थ भी उतना ही प्यारा है, मैं विदा लेता हूं, फिर मिलने के लिए, इसी भाव से मैंने फरवरी में आपसे कहा था कि चुनाव नतीजों के बाद फिर मिलूंगा और आज, 'मन की बात' के साथ, मैं, आपके बीच फिर हाजिर हूं.
2. देश की लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं को लेकर पीएम ने कहा, "मैं आज देशवासियों को धन्यवाद करता हूं कि उन्होंने हमारे संविधान और देश की लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं पर अपना अटूट विश्वास दोहराया है. चुनाव के दौरान मन को छू लेने वाली कई खबरें आईं. 65 करोड़ लोगों ने चुनाव में वोट डाला. 2024 का चुनाव, दुनिया का सबसे बड़ा चुनाव था. दुनिया के किसी भी देश में इतना बड़ा चुनाव कभी नहीं हुआ. मैं चुनाव आयोग और मतदान की प्रकिया से जुड़े हर व्यक्ति को इसके लिए बधाई देता हूं."
3. प्रधानमंत्री ने कहा कि मन की बात' रेडियो प्रोग्राम भले ही कुछ महीने बंद रहा हो, लेकिन 'मन की बात' का जो आत्मा है देश में, समाज में, हर दिन अच्छे काम, निस्वार्थ भावना से किए गए काम, समाज पर सकारात्मक असर डालने वाले काम निरंतर चलते रहे. चुनाव की खबरों के बीच निश्चित रूप से मन को छू जाने वाली ऐसी खबरों पर आपका ध्यान गया होगा.
4. पीएम ने मां के रिश्ते और पर्यावरण पर कहा, "मैं आपसे पूछूं कि दुनिया का सबसे अनमोल रिश्ता कौन सा होता है तो आप जरूर कहेंगे - “माँ”. हम सबके जीवन में 'माँ' का दर्जा सबसे ऊंचा होता है. माँ हर दुख सहकर भी अपने बच्चे का पालन-पोषण करती है. हर माँ अपने बच्चे पर हर स्नेह लुटाती है. जन्मदात्री माँ का ये प्यार हम सब पर एक कर्ज की तरह होता है जिसे कोई चुका नहीं सकता. हम माँ को कुछ दे तो सकते नहीं, लेकिन और कुछ कर सकते हैं क्या? इसी सोच में से इस वर्ष विश्व पर्यावरण दिवस पर एक विशेष अभियान शुरू किया गया है, इस अभियान का नाम है - 'एक पेड़ माँ के नाम'. मैंने भी एक पेड़ अपनी माँ के नाम लगाया है.
5. 'हूल दिवस' का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा, "आज 30 जून का ये दिन बहुत ही महत्वपूर्ण है. इस दिन को हमारे आदिवासी भाई-बहन 'हूल दिवस' के रूप में मनाते हैं. यह दिन वीर सिद्धो-कान्हू के अदम्य साहस से जुड़ा है, जिन्होंने विदेशी शासकों के अत्याचार का पुरजोर विरोध किया था. आपको जानकर हैरानी होगी कि ये 1855 में हुआ था. यानि ये 1857 में भारत कें प्रथम स्वतंत्रता संग्राम से भी 2 साल पहले हुआ था. तब झारखंड के संथाल परगना में हारे आदिवासी भाई-बहनों ने विदेशी शासकों के खिलाफ हथियार उठा लिया था.
6. केरल में बनने वाले छातों का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा, "मन की बात में आज मैं आपको एक खास तरह के छातों के बारे में बताना चाहता हूं. ये छाते तैयार होते हैं हमारे केरला में. वैसे तो केरला की संस्कृति में छातों का विशेष महत्व है. छाते वहां कई परंपराओं और विधि-विधान का अहम हिस्सा होते हैं. लेकिन मैं जिस छाते की बात कर रहा हूं, वो हैं 'कार्थुम्बी छाते' और इन्हें तैयार किया जाता है केरला के अट्टापडी में. इन रंग-बिरंगे छातों को केरला की हमारी आदिवासी बहनें तैयार करती हैं. आज देशभर में इन छातों की मांग बढ़ रही हैं. इनकी ऑनलाइन बिक्री भी हो रही है. इन छातों को 'वट्टालक्की सहकारी कृषि सोसाइटी' की देखरेख में बनाया जाता है. इस सोसाइटी का नेतृत्व हमारी नारीशक्ति के पास है."
7. प्रधानमंत्री ने कहा कि देश को उम्मीद है कि उसके खिलाड़ी ओलंपिक खेलों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करेंगे, उन्होंने लोगों से खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ाने के लिए ‘चीयर4भारत' हैशटैग का इस्तेमाल करने का आग्रह किया. आज दुनियाभर में हमारी संस्कृति का जिस तरह गौरवगान हो रहा है, उससे किस भारतीय को खुशी नहीं होगी.
8. पीएम मोदी ने कहा कि कुवैत सरकार ने अपने राष्ट्रीय रेडियो पर एक विशेष कार्यक्रम शुरू किया है और वो भी हिंदी में. 'कुवैत रेडियो' पर हर रविवार को इसका प्रसारण आधे घंटे के लिए किया जाता है. इसमें भारतीय संस्कृति के अलग-अलग रंग शामिल होते हैं. उन्होंने कहा कि हमारी फिल्में और कला जगत से जुड़ी चर्चाएं वहां भारतीय समुदाय के बीच बहुत लोकप्रिय हैं. मुझे तो यहां तक बताया गया है कि कुवैत के स्थानीय लोग भी इसमें खूब दिलचस्पी ले रहे हैं। मैं कुवैत की सरकार और वहां के लोगों का हृदय से धन्यवाद करता हूं, जिन्होंने ये शानदार पहल की है.
9. प्रधानमंत्री ने कहा कि इस महीने पूरी दुनिया ने 10वें योग दिवस को भरपूर उत्साह और उमंग के साथ मनाया है. मैं भी जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में आयोजित योग कार्यक्रम में शामिल हुआ था। कश्मीर में युवाओं के साथ-साथ बहनों-बेटियों ने भी योग दिवस में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया. जैसे-जैसे योग दिवस का आयोजन आगे बढ़ रहा है, नए-नए रिकॉर्ड बन रहे हैं.
10. पीएम मोदी ने कहा कि भारत के कितने ही उत्पाद हैं, जिनकी दुनिया-भर में बहुत मांग है और जब हम भारत के किसी स्थानीय उत्पाद को वैश्विक होते देखते हैं, तो गर्व से भर जाना स्वाभाविक है. ऐसा ही एक उत्पाद है अराकु कॉफी. यह आंध्र प्रदेश के अल्लुरी सीता राम राजू जिले में बड़ी मात्रा में पैदा होती है. ये अपने रिच फ्लेवर और अरोमा के लिए जानी जाती है.