राज पाट को लेकर ओपी राजभर का बड़ा बयान, होली नहीं मनाऊंगा...
1. यूपी सरकार में मंत्री न बनने से सुभासपा प्रमुख ओपी राजभर नाराज है. उन्होंने ऐलान कर दिया है कि उन्हें राजपाट नहीं मिलता है तो वह होली नहीं मनाएंगे. 2.लखनऊ अपने सरकारी आवास पर आयोजित अग्निशमन सुरक्षा कवच के सुदृढ़ीकरण के लिए प्रदेश के 25 जनपदों में 38 अग्निशमन केंद्रों का लोकार्पण/शिलान्यास किया. 3. कानपुर के घाटमपुर में दो गैंगरेप पीड़िताओं ने आत्महत्या कर ली है. पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. 4.अयोध्या के यातायात विभाग में तैनात सिपाही ने अपने कमरे पर आत्महत्या कर ली है. पुलिस को मौके से सुसाइड नोट बरामद हुआ है.
लखनऊ, भदैनी मिरर। बयानों से अक्सर ही सुर्खियों में रहने वाले सुहेलदेव समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने गुरुवार को बड़ा बयान दिया. ओपी राजभर मंत्री न बनाएं जाने से नाराज है. उन्होंने कहा कि राजपाट नहीं मिला तो होली नहीं मनाएंगे. इतना ही नहीं उन्होंने यह भी कहा कि होली के दिन ही भर जाति का राज पाट छीना गया था इसलिए वह होली नहीं मनाते है.
राज्यसभा के चुनाव में सुहेलदेव समाज पार्टी के विधायक के क्रॉस वोटिंग के सवाल पर कहा कि अखिलेश यादव ने अपने आदमी को मेरे सिंबल से लड़वाया था, उसी इंसान ने क्रॉस वोटिंग की है. उस विधायक की हम सदस्यता खत्म करेंगे. बात कहता हूं मैं खरा, गोली चले चाहे छर्रा.
बता दें, यह कोई पहली बार मंत्री बनने को लेकर ओपी राजभर का बयान नहीं आया है. इसके पहले भी वह कभी नवरात्र तो दीपावली के बाद मंत्रीमंडल विस्तार की बातें और खुद को मंत्री बनने को लेकर बयान दे चुके है. ओमप्रकाश राजभर की पार्टी सुभासपा का पिछले साल जुलाई में ही भाजपा से दोबारा गठबंधन हुआ था और वह एनडीए का हिस्सा बन गई थी.
UP जल्द बनेगा तहसील स्तर पर फायर स्टेशन स्थापित करने वाला पहला प्रदेश, CM ने 25 जनपदों में 38 अग्निशमन केंद्रों का किया लोकार्पण...
लखनऊ, भदैनी मिरर। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ अपने सरकारी आवास पर आयोजित अग्निशमन सुरक्षा कवच के सुदृढ़ीकरण के लिए प्रदेश के 25 जनपदों में 38 अग्निशमन केंद्रों का लोकार्पण/शिलान्यास किया. इस दौरान सीएम योगी ने 35 अग्निशमन वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. सीएम ने कहा कि हर तहसील में फायर स्टेशन होने चाहिए. आग से बचाव के लिए लोगों को जागरुक करना होगा. हर घटना हमारे लिए सबक होनी चाहिए. हमें रिस्पॉन्स टाइम को कम करने पर काम करना है. जनधन की हानि रोकना सरकार की पहली प्राथमिकता है. अग्निशमन विभाग को 1400 करोड़ दिए गए है. उन्होंने कहा कि अब गर्मी शुरु होने वाली है, लू में फसल में आग लगती है, हमें किसान की फसल बचानी है.
सीएम योगी ने अपने उद्बोधन में कहा कि संकट के समय अग्निशमन सेवाओं की भूमिका से सभी भलीभांति परिचित हैं. इसी को ध्यान में रखकर वर्ष 1944 में प्रदेश में विभाग का गठन किया गया. वर्ष 1944 से 2017 के बीच 73 वर्षों में केवल 288 फायर स्टेशन स्थापित किये गये जबकि पिछले 7 वर्षों में 71 नए फायर स्टेशन स्थापित किए गये. आज हम प्रदेश में तेजी के साथ तहसील स्तर पर एक-एक फायर स्टेशन स्थापित करने की दिशा में अग्रसर हो चुके हैं. उन्होंने कहा कि जल्द ही उत्तर प्रदेश पूरे देश में ऐसा राज्य होगा, जहां तहसील स्तर पर फायर स्टेशन होंगे. हमने कानून व्यवस्था में व्यापक रिफॉर्म के कार्यक्रम को आगे बढ़ाया है. साथ ही उनके आधुनिकीकरण के लिए समयबद्ध तरीके से कार्यक्रम आगे बढ़ाए गए हैं. उसी का परिणाम है कि प्रदेश में आज अग्निशमन विभाग प्रदेश की इमरजेंसी सेवाओं में एक बेहतरीन सेवा प्रदान करने के लिए अपने आप को तैयार कर रहा है. हमने विभाग की सेवाओं के सुदृढ़ीकरण के लिए अब तक लगभग 1400 करोड़ रुपये दिये हैं. इस दौरान सीएम योगी ने विभाग की ओर से लगाई गयी प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया और अधिकारियों से अग्निशमन उपकरणों की जानकारी हासिल की.
7 वर्षों में उठाये गये कई महत्वपूर्ण कदम
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पिछले सात वर्षों में विभाग के आधुनिकीकरण के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं. साथ ही समयबद्ध तरीके से विभाग में अधिकारियों की तैनाती की गई है. इसके परिणाम सभी के सामने हैं. पहले अक्सर उद्यमी एनओसी को लेकर शिकायतें करते थे. हमने उसमें कई बदलाव कर उसे सरल किया. यही वजह है कि पिछले कुछ वर्षों में ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में उत्तर प्रदेश की रैंकिंग में काफी सुधार हुआ है. सीएम योगी ने कहा कि फायर टेंडर के रिस्पांस टाइम को कम से कम करने पर जोर होना चाहिये ताकि जन-धन की हानि को कम से कम किया जा सके. पिछले कुछ वर्षों में इसमें काफी सुधार भी हुआ है. यही वजह है कि 33,000 से अधिक अग्नि दुर्घटनाओं में 3,780 जनहानि को रोका गया. साथ ही 5000 से अधिक पशुओं के साथ ही 150 करोड़ रुपये की संपत्ति को नष्ट होने से बचाया गया. इसके अलावा विभाग तेज लू के दौरान फसलों में आग लगने की घटनाओं पर काबू पाने के लिए सदैव खड़ा रहता है. इसे ही ध्यान में रखते हुए हमने आपात सेवाओं का उच्चीकरण करने का कार्य किया है. इस दिशा में न केवल अग्निशमन सेवाओं के आधुनिकरण बल्कि प्रदेश में एसडीआरएफ के गठन की कार्रवाई को भी पूरा किया गया है. आज एसडीआरएफ की छह कंपनियां काम कर रही हैं. साथ ही साथ प्रदेश के अंदर स्पेशल सिक्योरिटी फोर्स का गठन करते हुए महत्वपूर्ण इमारतों और संस्थाओं की सुरक्षा के दायित्व को पूरा किया है. इन प्रयासों काे आगे बढ़ाते हुए प्रदेशवासियों, निवेशकों और टूरिस्ट के विश्वास को और मजबूत करना है. इसी के तहत पहले चरण में जनपद स्तर और दूसरे चरण में तहसील स्तर पर एक से डेढ़ वर्ष में फायर स्टेशन स्थापित हो जाएंगे.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि विभाग रिस्पांस टाइम को कम करता है तो कॉमन मैन के मन में विभाग और शासन के प्रति विश्वास मजबूत होगा. उसके लिए सहायता को पहुंचाना हमारा दायित्व है. हमें स्कूल और कॉलेज में बच्चों के प्रशिक्षण के लिए भी प्रयास करना चाहिए, उनकी काउंसिलिंग को भी कार्यक्रम का हिस्सा बनाना चाहिए, क्योंकि सामान्य दिनों में केवल विभाग के भरोसे ही रहकर नहीं बल्कि घटना घटित होते ही बचाव शुरू हो यह महत्वपूर्ण है.
कार्यक्रम में परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह, जलशक्ति मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह, मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्र, प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद, डीजीपी प्रशांत कुमार, महानिदेशक अग्निशमन एवं आपात सेवा अविनाश चंद्र आदि शामिल हुए।
कानपुर में फांसी लगाकर दो गैंगरेप पीड़िताओं ने की आत्महत्या
लखनऊ, भदैनी मिरर। घाटमपुर (कानपुर) के ईंट भट्टा बरौली के पास गैंगरेप पीड़ित दो युवतियों ने पेड़ से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. घटना की सूचना मिलते ही पुलिस महकमें में हड़कंप मच गया. घटना बुधवार रात की है. गुरुवार सुबह अपर पुलिस आयुक्त कानून एवं व्यवस्था हरीश चन्दर घटनास्थल पहुंचे और फॉरेंसिक टीम के साथ घटनास्थल से साक्ष्य संकलन की कार्रवाई करवाई. बताया कि तीनों आरोपी गिरफ्तार है.
जानकारी के अनुसार ईंट-भट्ठे पर लेबर सप्लाई करने वाले ठेकेदार रामरूप का बेटा रज्जू दबंग किस्म का है. ठेकेदार का भांजा संजय भी रज्जू के साथ रहता है. मंगलवार को दोनों मृतिका के परिजन किसी शादी समारोह में शामिल होने गए थे. इसी दौरान दोनों ने बहला-फुसलाकर आपत्तिजनक वीडियो बना लिए, आरोप है कि दोनों ने यौन शोषण भी किया. इसकी जानकारी मृतिका की छोटी बहन ने गांव में रहने वाले चाचा को दी. जिसने विरोध किया तो रज्जू और संजय ने पीट दिया. शादी समारोह से जब मृतिका के परिजन लौटे तो वीडियो बनाने और यौन शोषण की उन्हे जानकारी हुई. उन्होंने विरोध जताया तो रामरूप ने रज्जू और संजय के साथ चाचा और परिजनों को फिर पीट दिया.
मारपीट से सहमी दोनों पीड़िताओं ने बाथरुम के बहाने बुधवार रात घर से निकली और ईंट भट्ठे के पास पेड़ के सहारे फंदा बनाकर झूल गई. घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मकहमें में हड़कंप मच गया. एडिशनल पुलिस कमिश्नर हरीश चन्दर ने बताया कि आईपीसी 376, आईटी एक्ट, आत्महत्या के लिए उकसाने सहित कई विभिन्न धाराओं में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है. आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है. शव का चिकित्सकों के पैनल द्वारा पोस्टमार्टम करवाया जा रहा है, रिपोर्ट के आधार पर आरोपियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
अयोध्या में तैनात ट्रैफिक कांस्टेबल ने की खुदकुशी, सुसाइड नोट बरामद
लखनऊ, भदैनी मिरर। अयोध्या के यातायात विभाग में तैनात सिपाही अभय यादव ने कोतवाली के खोजनपुर कॉलोनी में किराए के कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर लिया. गुरुवार को देर तक कमरा न खुलने के बाद पड़ोसियों ने देखा वह अभय कमरे में पंखे के सहारे फांसी लगा चुके थे. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर उच्चाधिकारियों को इसकी जानकारी दी. पुलिस को मौके से एक सुसाइड नोट बरामद हुआ है.
जानकारी के अनुसार पनकी (कानपुर) के रहने वाले अभय यादव वर्ष 2020 बैच के सिपाही थे. वह पिछले एक वर्षों से अयोध्या में यातायात विभाग में कार्यरत थे. पुलिस ने फॉरेंसिक टीम से साक्ष्य संकलन की कार्रवाई करने के साथ ही सुसाइड नोट बरामद किया है. पुलिस के मुताबिक सुसाइड नोट में कानपुर के रहने वाले तीन लोगों का नाम लिखा है. इसके आलावा पैसे के लेनदेन में सुसाइड की बात सामने आई है.