राष्ट्रपति ने नरेंद्र मोदी को सरकार बनाने के लिए किया आमंत्रित, कहा- किसी भी काम को करने में कोई... 

राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के संसदीय दल का नेता चुने जाने के बाद आज राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने नरेंद्र मोदी को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया. इसके बाद राष्ट्रपति भवन के बाहर पीएम मोदी ने मीडिया कर्मियों से बातचीत की. इस दौरान उन्होंने कहा कि, पिछले 10 सालों की तरह इस बार भी देशवासियों को निराश नहीं होना पड़ेगा.

राष्ट्रपति ने नरेंद्र मोदी को सरकार बनाने के लिए किया आमंत्रित, कहा- किसी भी काम को करने में कोई... 

Narendra Modi Speech: राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के संसदीय दल का नेता चुने जाने के बाद आज राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने नरेंद्र मोदी को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया. इसके बाद राष्ट्रपति भवन के बाहर पीएम मोदी ने मीडिया कर्मियों से बातचीत की. इस दौरान उन्होंने कहा कि, पिछले 10 सालों की तरह इस बार भी देशवासियों को निराश नहीं होना पड़ेगा. किसी भी काम को करने के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ी जाएगी. जिस तरह से पहले सरकार चलती थी उसी तरह से ये सरकार भी चलेगी.

2014 में मैं नया था

इस दौरान उन्होंने ये भी कहा, "2014 में मैं नया था. अब लंबे समय तक मुझे अनुभव मिला है. अब हमारे लिए तुरंत ही काम को आगे बढ़ाना सरल रहने वाला है. इस अनुभव का लाभ देश की सेवा करने में मिलेगा. इन 10 साल के कार्यकाल के दौरान भारत की वैश्विक छवि बनी है. विश्वबंधु के रूप में भारत उभरा है. अब मुझे पक्का विश्वास है कि भारत वैश्विक परिवेश में भी जरूरी होने वाला है."

'अब सिर्फ देश को आगे बढ़ना है'

उन्होंने कहा, "मैं देशवासियों को विश्वास दिलाता हूं कि 18वीं लोकसभा में भी हम उसी गति के साथ उतने ही सामर्थ्य से देश की आकांक्षाओं को पूरा करने में कोई कमी नहीं रखेंगे. आज सुबह एनडीए की मीटिंग हुई. सभी साथियों ने फिर से मुझे इस दायित्व के लिए पसंद किया है. राष्ट्रपति को मैंने इसकी जानकारी दी. उन्होंने मुझे बुलाया और मुझे प्रधानमंत्री उम्मीदवार के रूप में काम करने के लिए ड्यूटी दी है. मंत्रिपरिषद सदस्य की सूची के लिए सूचित किया है."

दुनिया अनेक संकटों, तनाव और आपदाओं से गुजर रही

नरेंद्र मोदी ने कहा, "दुनिया अनेक संकटों, तनाव और आपदाओं से गुजर रही है. इन सारी समस्याओं के बीच अपने आप को बचाए रखना है और आगे बढ़ते रहना है. हम भारतवासी इतने बड़े संकट के बीच सबसे तेज गति से बढ़ने वाले हैं. पिछले दो टर्म में जिस गति से देश आगे बढ़ा है समाज के हर क्षेत्र में परिवर्तन साफ दिखाई दे रहा है. 18वीं लोकसभा एक प्रकार से नई ऊर्जा, युवा ऊर्जा और कुछ कर गुजरने की इरादे वाली ये लोकसभा है."