NEET परीक्षा के परिणाम पर कन्हैया कुमार ने लगाया मोदी सरकार पर धांधली का आरोप, SC की निगरानी में जांच की मांग
नेशनल टेस्ट एजेंसी शक के घेरे में है, सरकार शिक्षा का निजीकरण करती जिसके कारण बार-बार परीक्षाओें में धांधली पायी जाती है, नीट परीक्षा जब आयोजित हुई थी, उस समय भी कुछ गिरफ्तारियां हुई थी और पेपर लीक का मुद्दा सामने आया था. आखिर एनटीए को 10 दिन पहले परिणाम घोषित करने की क्या जल्दी थी.
नेशनल टेस्ट एजेंसी शक के घेरे में है, सरकार शिक्षा का निजीकरण करती जिसके कारण बार-बार परीक्षाओें में धांधली पायी जाती है, नीट परीक्षा जब आयोजित हुई थी, उस समय भी कुछ गिरफ्तारियां हुई थी और पेपर लीक का मुद्दा सामने आया था. आखिर एनटीए को 10 दिन पहले परिणाम घोषित करने की क्या जल्दी थी. नीट जैसे प्रतियोगी परीक्षाओं के रिजल्ट आने से पहले परिणाम घोषित होने की तिथि व समय बताये जाते है, लेकिन पहली बार यह ऐसा हुआ कि बच्चों, उनके अभिभावकों को परिणाम आने की जानकारी नहीं थी. उक्त बातें एनएसयूआई के अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने आयोजित प्रेसवार्ता में कही.
उन्होंने कहा कि देश में होने वाली ऐसी कोई परीक्षाएं नहीं है, जिसमें धांधली नहीं हो रही. सोशल मीडिया पर छात्रों ने यह लिखना शुरू कर दिया है कि एक बार फिर लीकेज सरकार. परीक्षाओं के प्रश्न पत्र लीक होना, परीक्षा के तिथि को आगे बढ़ाना और रिक्त पदों को न भरना. ऐसे मामले बार-बार उजागार हो गये. कन्हैया कुमार ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री परीक्षा पर चर्चा करते हैं, हमारे यहां कहावत है...जाके पाँव न फटी बिवाई. वो क्या जाने पीर पराई!
कन्हैया कुमार ने कहा, चुनाव से पहले आप परीक्षा पर चर्चा करते हैं. चुनाव जब समाप्त हो जाता है तो पूरे 5 साल तक पर परीक्षाओं में जो धांधली होती है, समय पर परीक्षाएं नहीं होती और जो वैंकेसी है उसके बारे में आप कोई बात नहीं करते है. चुनाव के दौरान कांग्रेस पार्टी ने मुद्दा उठाया कि देश में 30 लाख पद खाली है और कोई ऐसा एग्जाम नहीं है यूपीएससी को छोड़कर, यदि यही स्थिति रही तो यूपीएससी के भी एग्जाम सहीं ढंग से आयोजित नहीं हो पायेंगे, जिन एग्जामों में आज तक कोई धांधली नहीं हुई थी उन एग्जामों में भी गड़बडी हो रही है. आप देश के किसी भी स्टूडेंट सेंटर में चले जाईये पटना, बनारस, इलाहाबाद होते हुए दिल्ली आये और नार्थ से साउथ की तरफ जाये, कोई भी स्टूडेंट सेंटर हो वहां आत्महत्या एक बहुत बड़ी समस्या बन चुकी है.
उन्होंने आगे कहा, राजस्थान में कांग्रेस की सरकार ने इसे गंभीरता से लिया और काउंसिल करने के लिये सरकार ने योजना बनाई. कहा कि पेपरलीक पर कड़ी कार्रवाई करने की आवश्यकता है क्यों कि पेपर लीक माफिया छात्रों के भविष्य पर खिलवाड़ करना चाहिए, सरकार को कड़े उठाना चाहिए केवल बयानबाजी से काम नहीं चलेगा, क्योंकि यह देश के भविष्य का सवाल है, नीट एवं किसी भी अन्य परीक्षा में हुई धांधली के लिये कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिका अर्जुन खड़गे ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में इसकी एक उच्चस्तरीय जांच हो.
कन्हैया कुमार ने मांग की- नीट परीक्षा से जुड़े मुद्दों की पुर्नसमीक्षा की जाय, जो शिकायत कर रहे है उनका समाधान किया जाय, सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में जांच हो, जांच में गड़बड़ी पाये जाने पर दुबारा परीक्षा होनी चाहिए.
बता दें कि, नीट मेडिकल प्रवेश परीक्षा के अभ्यर्थियों ने अंकों में बढ़ोत्तरी करने का आरोप लगाया है. आरोप है कि कई अभ्यर्थियों के अंको में बढ़ोत्तरी के कारण रिकॉर्ड 67 अभ्यर्थियों ने शीर्ष स्थान प्राप्त किया है. वहीं छात्रों के आरोप के बाद राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) ने किसी भी अनियमितता से इनकार कर दिया. उनका कहना है कि एनसीईआरटी की पाठ्यपुस्तकों में किए गए बदलाव और परीक्षा केंद्रों पर समय गंवाने के लिए ग्रेस मार्क्स छात्रों के अधिक अंक लाने के कुछ कारण हैं.