International Yoga Day 2024 : भारत के वो प्रमुख योग गुरु, जिन्होंने दुनिया को योग की शक्ति से कराया परिचित....
आज पूरे देश में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस (International Yoga Day 2024) मनाया जा रहा है. ऐसे में इस खास अवसर पर हम आपको भारत के उन प्रमुख योग गुरुओं के बारे में बताएंगे, जिन्होंने दुनिया को योग की शक्ति से परिचित कराया है.
International Yoga Day 2024 : योग प्राचीन काल से ही भारत की संस्कृति का एक अभिन्न अंग है. दुनिया में जब भी योग की बात होती है, सबसे पहले भारत का नाम लिया जाता है, क्योंकि जब दुनिया योग का अर्थ भी नहीं जानती थी, उससे हजारों साल पहले भी भारत के ऋषि मुनी योग और तप के जरिए ज्ञान प्राप्त करते थे. योग करने से हमारा शरीर स्वस्थ व मस्तिष्क शांत रहता है, साथ इसके कई अन्य फायदे भी है. आज पूरे देश में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस (International Yoga Day 2024) मनाया जा रहा है. ऐसे में इस खास अवसर पर हम आपको भारत के उन प्रमुख योग गुरुओं के बारे में बताएंगे, जिन्होंने दुनिया को योग की शक्ति से परिचित कराया है.
जानें भारते के प्रुमख योग गुरुओं के नाम-
योग गुरु परमहंस योगानंद
योग गुरु परमहंस योगानंद का नाम इसमें सबसे पहले आता है, जो अपनी किताब 'ऑटोबायोग्राफी ऑफ अ योगी' के लिए फेमस जाते हैं. परमहंस योगानंद योग के सबसे पहले और मुख्य गुरू है. हालांकि उन्होंने अपना ज्यादातर जीवन अमेरिका में गुजारा था. इन्होंने पश्चिम के लोगों को मेडिटेशन और क्रिया योग से परिचित कराया है.
योगगुरु तिरुमलाई कृष्णमचार्य
दूसरे नंबर पर तिरुमलाई कृष्णमचार्य हैं, जिन्हें 'आधुनिक योग गुरु' कहा जाता है. हठयोग और विन्यास को फिर से जीवित करने का पूरा श्रेय इन्हीं को जाता है. इसके अलावा इन्हें आयुर्वेद की भी जानकारी थी. उपचार के लिए उनके पास आए लोगों को वो योग और आयुर्वेद के माध्यम से ही ठीक किया करते थे.
योगगुरु धीरेंद्र ब्रह्मचारी
इसके अलावा धीरेंद्र ब्रह्मचारी, जो कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के भी योगगुरु थे. इन्होंने उस वक्त दूरदर्शन चैनल के माध्यम से योग को बढ़ावा देने का कार्य शुरू किया था. इन्होंने हिंदी और अंग्रेजी भाषा में कई किताबें लिखकर योग को आगे बढ़ावा दिया था. आज भी जम्मू में उनका एक आलीशान आश्रम मौजूद है.
योगगुरु कृष्ण पट्टाभि
योगगुरु कृष्ण पट्टाभि जोइस का नाम भी इसमें शामिल है. उन्हें योग का बड़ा गुरु माना जाता है. कृष्ण ने अष्टांग विन्यास योग शैली विकसित की थी. उनके अनुयायियों में मडोना, स्टिंग और ग्वेनेथ पाल्ट्रो जैसे बड़े नाम शुमार थे.
योगगुरु बी के एस अंयगर
योग को बी के एस अंयगर ने भी दुनियाभर में पहचान दिलाने में एक अहम भूमिका निभाई है. 'अंयगर योग' के नाम से उनका एक योग स्कूल भी है. इस स्कूल के जरिए उन्होंने दुनियाभर के लोगों को योग के प्रति जागरूक किया था. साल 2004 में 'टाइम मैगजीन' ने उनका नाम दुनिया के टॉप 100 प्रभावशाली लोगों में लोगों में शुमार किया गया था. 'लाइट ऑन योग' के नाम से उनकी एक किताब भी है.
महर्षि महेश योगी
महर्षि महेश योगी भी देश और दुनिया में 'ट्रांसैडेंटल मेडिटेशन' के जाने-माने गुरु थे. इतना ही नहीं कई सेलिब्रिटीज भी उन्हें अपना गुरु मानते हैं. दुनियाभर में वो अपने अपने योग से जाने जाते हैं. श्रीश्री रविशंकर भी महर्षि महेश योगी के ही शिष्य हैं.
योगगुरु बाबा रामदेव
आधुनिक समय में योग को जन-जन तक ले जाने में बाबा रामदेव की बड़ी अहम भूमिका रही है. वह योग के आधुनिक ब्रांड एंबेसडर माने जाते हैं. रामदेव अष्टांग योग का सूत्र बताने वाले महर्षि पतंजलि के नाम पर 2006 में हरिद्वार में योगपीठ की स्थापना की. जहां से करीब 15 लाख योग शिक्षकों की फौज तैयार कर बाबा रामदेव ने देश ही नहीं दुनिया में योग की शिक्षा में क्रांति ला दी. योग के बढ़ते प्रभाव का ही असर रहा कि भारत की पहल पर संयुक्त राष्ट्र ने भी 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस घोषित किया.