PM Meeting: गावों में फैला कोरोना तो रोकना मुश्किल, छोटे शहरों में बढ़ानी होगी टेस्टिंग, जाने क्या जताई पीएम ने चिंता...
देश में फिर बढ़ रहे हैं कोरोना वायरस के मामले
मुख्यमंत्रियों संग प्रधानमंत्री मोदी की बैठक
टेस्टिंग बढ़ाने पर जोर दें राज्य: PM मोदी
खराब ना होने दें वैक्सीन: पीएम मोदी
वाराणसी/दिल्ली। देश में कोरोना संकट के बढ़ते मामलों के बीच बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के संग बैठक की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि राज्यों में टेस्टिंग बढ़ानी होगी और सख्ती बरतनी होगी, वरना कोरोना फिर चिंता बढ़ा सकता है। पीएम मोदी ने छोटे शहरों में टेस्टिंग बढ़ाने पर जोर देने की बात कही है। साथ ही कहा है कि कोरोना वैक्सीन को बर्बाद होने से बचाएं, जितना डोज बर्बाद होगा उतनी जनता का हक हम मार रहे है, हमें किसी का हक मारने का अधिकार नहीं। इस बैठक में बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल शामिल नहीं हुए।
पीएम मोदी ने कहा कि वैक्सीनेशन की रफ्तार तेज होनी चाहिए।
तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, यूपी में वैक्सीन वेस्ट का आंकड़ा दस प्रतिशत तक पहुंचा है। यह बिल्कुल नहीं होना चाहिए। देश में हम करीब 30 लाख वैक्सीन रोज लगा पाए हैं, ऐसे में इसी रफ्तार को बढ़ाना होगा इसके लिए वैक्सीन वेस्टेज को रोकना होगा।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि जनता को पैनिक मोड में नहीं लाना है, भय का माहौल नहीं बनाना है। हमें जनता को परेशानी से मुक्ति दिलानी है और पुराने अनुभवों को फिर से इस्तेमाल में लाना होगा। पीएम मोदी ने कहा कि टेस्ट-ट्रैक और ट्रीट को फिर से गंभीरता से लेना होगा। टेस्टिंग को बढ़ाना होगा, आरटी-पीसीआर टेस्ट की संख्या 70 फीसदी से ऊपर लानी होगी। केरल-यूपी-छत्तीसगढ़ में रैपिड टेस्टिंग ही की जा रही है, जो चिंता का विषय है।
कोरोना की वेव को यहीं रोके
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बैठक में कहा कि दुनिया में कई कोरोना प्रभावित देश ऐसे हैं, जहां कोरोना की कई लहर सामने आई हैं। हमारे यहां भी कुछ राज्यों में अचानक से केस बढ़ने लगे हैं। पीएम मोदी ने कहा कि महाराष्ट्र-मध्य प्रदेश जैसे देशों में पॉजिटिव रेट काफी बढ़ा है। पीएम मोदी ने कहा कि अगर कोरोना की इस वेव को यहीं नहीं रोका गया तो देशव्यापी असर देखने को मिल सकता है।
प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्रियों के बीच बैठक में कोरोना के मामलों को लेकर प्रेजेंटेशन दिया जा रहा है। करीब 70 जिले ऐसे हैं, जहां पर 150 फीसदी से अधिक रफ्तार से कोरोना के केस बढ़े हैं। महाराष्ट्र में भी करीब अब दोगुनी रफ्तार से केस आ रहे हैं। 15 मार्च तक के आंकड़ों के मुताबिक, पंजाब-गुजरात-छत्तीसगढ़-महाराष्ट्र का हाल सबसे बुरा है। मध्य प्रदेश, राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र ऐसे राज्य हैं जहां पर वैक्सीनेशन सही तरीके से हुआ है।