सारनाथ स्टेशन के बाहर से गिरफ्तार हुआ असलहा तस्कर, UP-STF ने बरामद किए 5 पिस्टल और 9 मैगजीन...

एसटीएफ वाराणसी यूनिट को सूचना मिली थी की सारनाथ रेलवे स्टेशन के पास अवैध असलहों की तस्करी करने वाले गिरोह का एक सदस्य मौजूद है.

सारनाथ स्टेशन के बाहर से गिरफ्तार हुआ असलहा तस्कर, UP-STF ने बरामद किए 5 पिस्टल और 9 मैगजीन...

वाराणसी, भदैनी मिरर। अन्तर्राज्यीय स्तर पर अवैध असलहों की तस्करी करने वाले गिरोह के 1 सदस्य को 5  पिस्टल (0.32 बोर) और 9 मैगजीन के साथ थाना बरहज जनपद देवरिया निवासी संग्राम सिंह को यूपी एसटीएफ ने सारनाथ रेलवे स्टेशन के बाहर से शुक्रवार दोपहर तीन बजे गिरफ्तार किया है.  


  
मिली जानकारी के मुताबिक एसटीएफ वाराणसी यूनिट को सूचना मिली थी की सारनाथ रेलवे स्टेशन के पास अवैध असलहों की तस्करी करने वाले गिरोह का एक सदस्य मौजूद है. जिसके पास अवैध असलहे है. इस सूचना पर निरीक्षक अनिल कुमार सिंह के नेतृत्व में एक टीम द्वारा ज्ञात स्थान पर पहुॅचकर संग्राम सिंह को गिरफ्तार कर लिया कर लिया गया. 

6 हजार में मिली थी पहली पिस्टल

संग्राम सिंह ने पूछताछ में बताया की पढ़ाई के दौरान ही उसकी मुलाकात मैनेजर सिंह निवासी कटवार थाना शिवपुर सकरा जनपद सिवान बिहार (वर्तमान में मृत) से हुई. मैनेजर सिंह ने इससे बताया कि वह जिला मुंगेर बिहार से अवैध पिस्टल लाकर बेचता है, उसमे काफी पैसे की बचत हो जाती है. मैनेजर सिंह की बात पर विश्वास कर यह भी असलहा तस्करी करने करने के लिये तैयार हो गया और मैनेजर सिंह के साथ मुंगेर बिहार के रहने वाले सिडडू नाम के व्यक्ति के पास गया और 3 पिस्टल लेकर आया और उसे बेंच दिया, उस समय एक पिस्टल 6 हजार रुपये में मिलती थी. कुछ समय बाद करीब 10 पिस्टल लाया और देवरिया तथा आस पास के क्षेत्रो में 15 हजार के रेट से बेच दिया. मुंगेर बिहार से बहुत कम मात्रा में अवैध असलहा मिलता था, जिस वजह से यह अन्य दूसरे असलहा तस्करों की तलाश करने लगा. 

देवरिया से जा चुका है पहले भी जेल

संग्राम सिंह ने बताया की एक शादी समारोह में इसकी मुलाकात राणा प्रताप सिंह से हुई जिसने बताया कि वह खण्डवा (म0प्र0) से अवैध पिस्टल की तस्करी करता है. राणा प्रताप सिंह मूल रुप से जनपद मऊ का रहने वाला था तथा कस्बा/थाना रसडा जनपद बलिया में कमरा लेकर रहता था. कुछ समय पश्चात यह राणा प्रताप के साथ खण्डवा (म0प्र0) गया वहॉ जगत सरदार नाम के असलहा तस्कर से मुलाकात हुई. जगत सरदार से जुडने के बाद से अब तक काफी असलहा लाकर उत्तर प्रदेश एवं बिहार के विभिन्न असलहा तस्करों को बेच चुका है। वर्ष 2011 में थाना कोतवाली जनपद देवरिया से आर्म्स एक्ट में जेल जा चुका है. जेल से छूटने के बाद फिर से असलहा तस्करी का काम करने लगा. वह फिर अवैध असलहा बेचने के लिये आया था इसी दौरान गिरफ्तार कर लिया गया.